Bihar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर आयोजित विपक्ष महाबैठक समाप्त हो गया। बैठक के संयुक्त प्रेस वार्ता भी हुई जिसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शामिल नही हुए। सीएम केजरीवाल बैठक के बाद ही पटना से रवाना हो गए।
आम आदमी पार्टी ने बयान देते हुए कहा कि इस बैठक में 15 समान विचारधारा वाली पार्टियों ने हिस्सा लिया जिनमें से 12 पार्टियों का प्रतिनिधित्व राज्यसभा में है। सभी 11 पार्टियों ने तो अध्यादेश के खिलाफ अपना विरोध जाहिर किया लेकिन कांग्रेस ने इस बात अपनी चुप्पी बरकरार रखी। आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस मोदी सरकार का साथ दे रही है।
आप ने अपने बयान में कहा कि कांग्रेस की चुप्पी से संदेह पैदा होता है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने व्यक्तिगत चर्चाओं में संकेत दिया है कि कांग्रेस अनौपचारिक या औपचारिक रूप से राज्यसभा में इस मतदान से दूर रह सकती है। कांग्रेस के इस तरह के बर्ताव से भाजपा को भारतीय लोकतंत्र पर अपने हमले करने में बढ़ावा मिलेगा।
जहां आप, वहां कांग्रेस नही: आप
आम आदमी पार्टी ने अपने बयान में साफ रूप से कहा कि जब तक कांग्रेस सार्वजनिक रूप से इस अध्यादेश का विरोध नही करती है तब तक समान विचारधारा वाले दलों की आगामी बैठकों में आप द्वारा भाग लेना मुश्किल होगा।
क्या बोले नीतीश कुमार?
नीतीश कुमार ने कहा कि यह अगली बैठक में तय होगा कि कौन कहां से लड़ेगा। जो पार्टी इस समय सत्ता में है वह देश हित में काम नही कर रही है। उनके द्वारा सिर्फ इतिहास को बदला जा रहा है। उन्होने आगे कहा कि हम सभी पार्टियों का स्वागत करते हैं। हम सब ने मिलकर यह फैसला लिया है कि आगे भी हम साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे। उन्होने कहा कि भाजपा देश का इतिहास बदल रही है और अगर एक बार फिर देश में भाजपा की सरकार आयेगी तो वह देश का संविधान बदल देगी।
कांग्रेस देगी बलिदान, बोलें राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी बोले कि अगर देश को बचाने के लिए कांग्रेस को बलिदान देना पड़ा तो कांग्रेस इसके लिए तैयार है। विपक्ष बैठक इस बात का संदेश है कि हम सब एक साथ हैं। उन्होने आगे कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है जिसमें हम सब साथ खड़े हैं। हमने यह तय किया है कि हम अपनी सामान्य विचारधारा की रक्षा करते हुए एक साथ काम करेंगे।
क्या बोली ममता बनर्जी?
बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पटना में हुई बैठक में हमने एकजुटता पर जोर दिया है। अगली बैठक शिमला में होगी। हम एक हैं और एकजुट होकर भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे। भाजपा चाहती है कि इतिहास को बदला जाये और हम चाहते हैं कि इतिहास को बचाकर रखा जाये। हम सब का लक्ष्य है कि इस फांसीवादी सरकार के खिलाफ आवाज उठायें।
क्या बोलें शरद पवार?
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि पिछले 25 सालों से उद्धव ठाकरे और हम एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं लेकिन सबकुछ भूलकर आज हम साथ आए।
ये दिग्गज हुए इस बैठक में शामिल
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व सांसद राहुल गांधी, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव, शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, नेशनल कांफ्रेस के नेता उमर अब्दुल्ला, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता महबूबा मुफ्ती, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के महासचिव सीताराम येचुरी समेत कई दिग्गजों ने बैठक में भाग लिया।