Sambhal Voilence News: उत्तर-प्रदेश के संभल में हुई हिंसा की जांच जारी है। इस जांच में अब यिक जांच आयोग के सामने आज एसपी कृष्ण बिश्नोई अपना बयान दर्ज कराने वाले हैं। एसपी कृष्ण बिश्नोई का बयान लखनऊ में दर्ज कराया जाएगा। साथ ही इस दौरान वह संभल हिंसा से जुड़े सभी सबूत आयोग के सामने रखने वाले हैं। ताकि जांच के आगे बढ़ने में मदद मिल सकें।
आयोग के सामने पेश होंगे संभल SP
जानकारी के मुताबिक, आयोग ने एसपी को एक फॉर्मल लेटर लिखकर बयान दर्ज करने के लिए बुलाया है। जिसके बाद अब वह आज, शुक्रवार 11 मार्च को कमीशन के सामने पेश होने वाले हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक बिश्नोई ने बताया कि 11 अप्रैल को लखनऊ में आयोग के सामने पेश होकर घटना से जुड़े उनके पास मौजूद सभी सबूतों को पेश करेंगे। बता दें कि इससे पहले आयोग कई अधिकारियों, कर्मचारियों और आम नागरिकों के बयान दर्ज कर चुका है।
क्यों हुआ आयोग का गठन?
गोरतलब हो कि, उत्तर प्रदेश सरकार ने संभल हिंसा की जांच के लिए आयोग का गठन किया है। इस आयोग के चीफ न्यायाधीश देवेंद्र अरोड़ा हैं। पूर्व डीजीपी ए.के. जैन और पूर्व आईएएस अधिकारी अमित मोहन प्रसाद भी इस आयोग में शामिल हैं। इस आयोग का काम संभल हिंसा की निष्पक्ष जांच करना है।
संभल हिंसा कैसे हुई?
संभल हिंसा 24 नवंबर 2024 को उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई थी। यह घटना शाही जामा मस्जिद के एक अदालती आदेश के सर्वेक्षण के दौरान हुई, जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद का निर्माण एक हिंदू मंदिर के खंडहर पर किया गया था। इस सर्वेक्षण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन स्थानीय निवासियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़पों में बदल गया, जिसमें पांच मुस्लिम व्यक्तियों की मौत हो गई और लगभग 20 सुरक्षाकर्मियों सहित कई अन्य घायल हो गए। हिंसा का कारण शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण का आदेश, जिसमें दावा किया गया था कि मस्जिद का निर्माण एक हिंदू मंदिर के खंडहर पर किया गया था।
साथ ही स्थानीय निवासियों और पुलिस के बीच हिंसक झड़पें थीं। हिंसा के बाद उत्तर प्रदेश प्रशासन ने संभल में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू कर दी गई थी। साथ ही इंटरनेट बंद करने का आदेश दिया गया था। इसके अलावा पुलिस ने 25 लोगों को हिरासत में लिया गया और 2,500 लोगों के खिलाफ सात मामले दर्ज किए गए। इस मामले में समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और पार्टी सहयोगी इकबाल महमूद के बेटे नवाब सुहैल इकबाल पर आरोप लगाए गए हैं।