Shahrukh Khan: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में अबतक 26 पर्यटकों की मौत और कई लोग घायल हो गए हैं, जिनकी तस्वीरें और वीडियोज लगातार सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। रिपोर्ट्स में बताया गया है कि 4 आतंकियों ने पहले पीड़ितों से उनका नाम पूछा कर फिर उन्हें कलमा पढ़ने के लिए कहा और जब वे ऐसा नहीं कर सके तो उन लोगों ने फायरिंग कर दी। इनमें से दो विदेशी आतंकी और दो लोकल टेररिस्ट थे। इस बीच बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान पुराना इंटरव्यू वीडियो काफी चर्चा में है जिसमें उन्होंने दो तरह के इस्लाम के बारे में चर्चा की है। एक तो कट्टरपंथी इस्लाम, जिसे आतंकवादी मानते हैं और दूसरा वह, जिसका जिक्र पवित्र किताब कुरान में किया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि आतंकवादी, जिसे मानते हैं वह असल में इस्लाम है ही नहीं।
शाहरुख खान ने इस्लाम पर की थी बात
बॉलीवुड शाहरुख खान ने सूरह अल-माइदा की आयत 32 और 33 हवाला देते हुए समझाया कि इस्लाम दयालुता सिखाता है। उन्होंने कहा, “अल्लाह ने पवित्र कुरान में कहा है कि अगर कोई किसी इंसान को ठीक करता है, तो वह पूरी मानव जाति को ठीक करता है और अगर कोई किसी इंसान को चोट पहुंचाता है, तो वह पूरी मानव जाति को चोट पहुंचाता है।”
#SRK at his Best !!!
Must Watch: @iamsrk On Islam & Terrorism. World need to see this today. Thank You @sardesairajdeep for this interview. #PulwamaAttack #PulwamaTerrorAttack #Pulwama #PulwamaRevenge pic.twitter.com/2KJ6inoHoY— Aavishkar (@aavishhkar) February 16, 2019
अल्लाह ने मुसलमानों के दिए हैं ये निर्देश
उन्होंने आगे कहा कि “अल्लाह ने मुसलमानों को निर्देश दिया है कि वे इस्लाम की खातिर लड़े जाने वाले युद्ध में भी महिलाओं, बच्चों, जानवरों और दुश्मनों की फसलों को नुकसान न पहुंचाएं”। उन्होंने आगे कहा, “ये अल्लाह की आवाज़ है। और दूसरा इस्लाम जो ये लोग फॉलो कर रहे हैं, मुझे ये कहते हुए दुख हो रहा है, मैं किसी के विरोधी नहीं जाना चाहता लेकिन वो मुल्ला की जुबान है।”
पहलगाम आतंकी हमले पर शाहरुख खान का फूटा गुस्सा
शाहरुख खान ने पहलगाम में हुए इस हमले पर रिएक्ट करते व्यक्त किया और कहा, “पहलगाम में हुई हिंसा के विश्वासघात और अमानवीय कृत्य पर दुख और गुस्से को शब्दों में बयां करना मुश्किल है। ऐसे समय में, हम केवल ईश्वर से उम्मीद कर सकते हैं और पीड़ित परिवारों के लिए प्रार्थना कर सकते हैं और अपनी गहरी संवेदना व्यक्त कर सकते हैं। हम एक राष्ट्र के रूप में एकजुट होकर मजबूत बनना चाहिए। हमें इंसाफ मिलेगा।”