Antas Sewa Foundation News: अंतस सेवा फाउंडेशन ने पथगामिनी के सहयोग से गाजियाबाद के नवजीवन कुष्ठ आश्रम में एक विशेष काव्य गोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य आश्रम में निवास कर रहे कुष्ठ रोगियों का मनोबल बढ़ाना, उन्हें जीवन के प्रति आशावान बनाना और आवश्यक सामग्री वितरित करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत अंतस सेवा फाउंडेशन की सचिव स्मिता श्रीवास्तव के विचारों से हुई। उन्होंने कहा कि “शब्दों की सार्थकता तभी है जब वे समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति के जीवन में अर्थ भर सकें। कुष्ठ रोगी आज भी समाज में सबसे निचले पायदान पर हैं और परिवार तथा समाज से बहिष्कृत हैं। ऐसे में मानव जीवन की गरिमा को पुनर्स्थापित करना हमारा संकल्प है।”
इस अवसर पर पथगामिनी की प्रमुख मंजुला श्रीवास्तव ने भी अपनी सहभागिता से इस सामाजिक पहल को मजबूत किया। काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता प्रसिद्ध कवि राम अवतार बैरवा ने की, जबकि मंच संचालन दीपक नील पद्म ने किया। इस अवसर पर मंजर गोरखपुरी और असलम राशिद जैसे प्रख्यात शायरों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से समाज के उस वर्ग को स्वर देने का प्रयास किया जिन्हें अक्सर भुला दिया जाता है।
कार्यक्रम में सुकृति श्रीवास्तव, प्रवीण कुमार, कविता सिंह ने भी अपने काव्य पाठ से श्रोताओं को भावविभोर किया। वहीं योगाचार्य धर्मवीर सिंह ने उपस्थित कुष्ठ रोगियों को योग के माध्यम से निरोग रहने के मंत्र बताए। अंतस सेवा फाउंडेशन के आयोजन के मकसद के बारे में कहना था कि समाज से त्याग दिए गए कुष्ठ रोगी भी एक गरिमापूर्ण जिंदगी की अपेक्षा रखते हैं। अंतस का ये कार्यक्रम कुष्ठ रोगियों के हौसलों को नए पंख देगा। अंतस सेवा फाउंडेशन और पथगामिनी द्वारा यह आयोजन कुष्ठ रोगियों की गरिमा और आत्मसम्मान को पुनर्स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है।















