जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: शुक्रवार को भारतीय क्रिकेट टीम इंग्लैंड के खिलाफ 5 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने वाली है यह 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मुकाबला है। कप्तान रोहित शर्मा के कोरोना से संक्रमित होने के बाद तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी सौंपी गई है। लेकिन बुमराह को कप्तानी का जरा सा भी अनुभव नहीं है तो क्या बुमराह को भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी देने का फैसला गलत साबित हो सकता है?
ऋषभ पंत को बनाना चाहिए था कप्तान
पंत ने हाल ही में साउथ अफ्रीका के खिलाफ T20 सीरीज में टीम की कप्तानी की थी, इसके अलावा उन्हें IPL में भी लंबे समय से कप्तानी करने का अनुभव है। इसलिए उनकी जगह टीम का कप्तान ऋषभ पंत को बनाना ज्यादा सही होता। अब जसप्रीत बुमराह को कप्तान बनाने का फैसला कितना सही है या कितना गलत। ये तो इंग्लैंड के खिलाफ आखिरी टेस्ट के बाद ही साफ होगा।
लंबे समय के बाद कोई गेंदबाज कप्तानी करते दिखेंगे
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में ये लंबे समय के बाद देखने को मिलेगा कि कोई गेंदबाज टीम इंडिया का कप्तान बनेगा। टीम में कई और भी सीनियर खिलाड़ी हैं लेकिन सेलेक्टर्स ने एक भी मैच में कप्तानी का अनुभव ना होने वाले बुमराह को इतने बड़े मैच के लिए कप्तान बनाना ज्यादा सही समझा।
दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में से एक
पंत की गिनती दुनिया के बेस्ट गेंदबाजों में होती है। गुजरात के तेज गेंदबाज ने 29 टेस्ट में 123 विकेट लिए हैं। भारत में आमतौर पर तेज गेंदबाजों को कप्तानी नहीं दी जाती है जबकि पाकिस्तान में इमरान खान, वसीम अकरम और वकार युनूस जैसे तेज गेंदबाज कप्तान रह चुके हैं। हालांकि चयन समिति के प्रमुख चेतन शर्मा पहले ही कह चुके हैं कि पंत को भविष्य के कप्तान के रूप में तैयार किया जा रहा है।
इंग्लैंड दौरे के लिए टीम इंडिया:
जसप्रीत बुमराह (कप्तान), शुभमन गिल, मयंक अग्रवाल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, हनुमा विहारी, चेतेश्वर पुजारा, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), केएस भरत (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, आर अश्विन, शार्दुल ठाकुर, मोहम्मद शमी , मोहम्मद सिराज, उमेश यादव, प्रसिद्ध कृष्णा।