पीड़िता का कहना है कि बाबा ने उसे आश्रम बुलाया और वहां गलत हरकत की। मामला जैसे ही पुलिस तक पहुँचा, पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। पुलिस ने शिकायत दर्ज कर ली है और अब चैतन्यनंद से पूछताछ की तैयारी हो रही है। ध्यान देने वाली बात ये है कि यही बाबा भक्तों के बीच प्रवचन और भक्ति के नाम पर छवि बनाते रहे… लेकिन अब आरोपों ने उनकी सारी कथित पवित्रता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है और बाबा की जमकर आलोचना हो रही है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अगर जांच में आरोप साबित होते हैं तो बाबा को जेल की हवा खानी पड़ सकती है। नोटिस जारी हो चुका है… और क़ानून अब हर एंगल से इस पूरे मामले की पड़ताल कर रहा है। लेकिन बाबा की तरफ़ से अब तक कोई सफाई नहीं आई है। यह मामला तब सामने आया जब आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) श्रेणी में पोस्ट ग्रेजुएट मैनेजमेंट डिप्लोमा कोर्स कर रही छात्राओं ने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने कुल 32 छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं, जिनमें से ज्यादातर ने स्वामी पर आरोप लगाया कि उन्होंने न सिर्फ अश्लील भाषा का इस्तेमाल किया, बल्कि महिला फैकल्टी और प्रशासनिक स्टाफ ने छात्राओं पर आरोपी की मांगों को मानने का दबाव भी डाला।
पुलिस उपायुक्त अमित गोयल के अनुसार, छात्राओं ने यह भी बताया कि कुछ वार्डनों ने उनका परिचय आरोपी से कराया था, जिसके कारण वे दबाव में आ गईं। इस गंभीर मामले में पुलिस ने यौन उत्पीड़न और अन्य संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। आरोपी के खिलाफ बुरी नीयत से शोषण के पिछले मामले भी 2006 और 2016 में दिल्ली में दर्ज हैं।जांच के दौरान पुलिस ने आश्रम के बेसमेंट से एक लग्जरी वोल्वो कार जब्त की है, जिस पर संयुक्त राष्ट्र के फर्जी राजनयिक नंबर प्लेट लगी थी। जांच में यह पता चला कि पुलिस को ऐसी कोई नंबर प्लेट जारी ही नहीं हुई थी। इस कार को आरोपी ही इस्तेमाल करता था। इसलिए पुलिस को शक है कि आरोपी अन्य अवैध गतिविधियों में भी शामिल हो सकता है।
यानी जो बाबा भक्ति और आस्था का चोला ओढ़कर भक्तों को प्रभावित करते रहे, उनकी असलियत अब सामने आ चुकी है। सवाल यही उठता है—कब तक लोग ऐसे ढोंगी बाबाओं के जाल में फँसते रहेंगे? और कब तक श्रद्धा के नाम पर आस्था के साथ खिलवाड़ होता रहेगा?
आरोपों की शुरुआत
दिल्ली के एक प्राइवेट मैनेजमेंट संस्थान से जुड़े स्वामी चैतन्यानंद पर सबसे पहले छात्राओं ने गंभीर आरोप लगाए। छात्राओं का कहना है कि उन्हें बार-बार अशोभनीय तरीके से मैसेज किए जाते थे और व्यक्तिगत रूप से भी अनुचित व्यवहार सहना पड़ता था। यह मामला धीरे-धीरे मीडिया और पुलिस तक पहुंचा।
छात्राओं की गवाही
अब तक लगभग 17 छात्राओं ने आगे आकर लिखित और मौखिक रूप से शिकायत दर्ज कराई है। इनका कहना है कि चैतन्यानंद लंबे समय से उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से परेशान कर रहे थे। कई छात्राओं ने पुलिस को विस्तार से बयान दिया है।
आपत्तिजनक चैट्स का खुलासा
जांच में पुलिस के हाथ जो डिजिटल सबूत लगे हैं, उनमें व्हाट्सऐप चैट्स अहम हैं। इन चैट्स में चैतन्यानंद की तरफ से भेजे गए संदेश जैसे “बेबी, I love you” और “मैं तुम्हें विदेश ले जाऊंगा” मिले हैं। इन संदेशों ने केस को और मजबूत कर दिया है।
लोकेशन का पता लगना
पुलिस की टेक्निकल टीम ने उनकी आखिरी लोकेशन ट्रैक की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, उनकी लोकेशन मुंबई में मिली। हालांकि कुछ अन्य मीडिया रिपोर्ट्स ने आगरा और दिल्ली-नज़दीकी इलाकों का भी जिक्र किया, जिससे साफ है कि वे लगातार जगह बदल रहे हैं।
फरारी की स्थिति
फिलहाल चैतन्यानंद पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। उन्हें पकड़ने के लिए कई टीमों का गठन किया गया है। पुलिस ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है और एयरपोर्ट सहित तमाम जगहों पर उनकी निगरानी बढ़ा दी गई है।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की है। जांच के दौरान उनकी लग्ज़री कार भी जब्त की गई, जिस पर कथित तौर पर फर्जी UN नंबर प्लेट लगी थी। साथ ही, उनके पास से मोबाइल फोन और अन्य डिजिटल डिवाइस भी लिए गए हैं।
संस्थान के अंदर की स्थितियाँ
छात्राओं के बयानों और शुरुआती जांच में यह भी सामने आया कि संस्थान में कई जगह छिपे कैमरे लगाए गए थे। बाथरूम के बाहर तक सीसीटीवी कैमरा लगा होने की शिकायत दर्ज की गई है। इसने पूरे मामले को और गंभीर बना दिया है।
टॉर्चर रूम का आरोप
मीडिया रिपोर्ट्स और छात्राओं के अनुसार, संस्थान में एक कथित “टॉर्चर रूम” भी मिला है। बताया जाता है कि यहां मानसिक दबाव और सज़ा देने जैसी गतिविधियाँ होती थीं। पुलिस अब इस पहलू पर भी जांच कर रही है।
समाज और छात्रों में आक्रोश
इन खुलासों के बाद समाज और संस्थान से जुड़े लोग गुस्से में हैं। छात्र संगठनों और अभिभावकों ने मांग की है कि जल्द से जल्द चैतन्यानंद को गिरफ्तार किया जाए और छात्राओं को न्याय मिले।
आगे की राह
फिलहाल पुलिस की जांच तेज़ है। चैतन्यानंद की गिरफ्तारी इस केस की सबसे अहम कड़ी होगी। उनके फरार रहने से संदेह और बढ़ रहा है, लेकिन डिजिटल सबूत और छात्राओं की गवाही से मामला बेहद मज़बूत माना जा रहा है।















