Nuh: हरियाणा के नूंह में सोमवार को शोभायात्रा के दौरान कुछ उपद्रवियों द्वारा पथराव और फायरिंग कर दी गई. नूंह में हुई इस सामुदायिक हिंसा के बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गए हैं. हिंसा में हुई पत्थरबाजी, गोलीबारी और आगजनी में दो होमगार्डों की मौत हो गई है तथा डीएसपी सहित 12 पुलिसकर्मी घायल हैं. इसके अलावा ताजा मामले में गुरुग्राम में भी धार्मिक स्थल पर सामुदायिक हिंसा भड़की, जिसमें कई आम लोग घायल हो गए. अचानक घटी इस हिंसा के बाद हरियाणा के कई जिलों में इंटरनेट सेवा को बुधवार तक बंद है, धारा 144 लागू कर दी गई है व बॉर्डर्स सील कर दिए गए है.
आपको बता दें, सोमवार को नूंह में दो गुटों के बीच हुए टकराव व हिंसक झड़प हो गई थी, जिसके बाद बजरंग दल ने तिकोना पार्क के पास प्रदर्शन किया था. इस तनावपूर्ण घटना के बाद भाजपा के विधायक विनोद भयाना ने मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों की बात गृहमंत्री अनिल विज से करवाई थी.
इसके बाद हालात को देखते हुए ऐतिहासिक चार कुतुब दरगाह के बाहर भारी संख्या में फोर्स तैनात की गई थी. हालाँकि बाद में पुलिस बल को हटा लिया गया था. विरोध प्रदर्शन में विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष राजेश भड़ाना, बजरंग दल के जिला संयोजक मोनू मालवाल, सतबीर वर्मा, अमन, जोनी, गुरजीत सहित अन्य उपस्थित थे.
हिंसा पर क्या कहा मुख्यमंत्री खट्टर ने?
नूंह में उत्पन्न हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा के गृहमंत्री के साथ बैठक की. बैठक के बाद उन्होंने कहा कि “नूंह में जो कुछ भी हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है, घटना का पता लगते ही वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और प्रशासन को तुरंत भेजा गया था”. सीएम ने आगे कहा कि “उपद्रवियों ने पुलिस पर भी आक्रमण किया और एक सामाजिक यात्रा जो हर वर्ष निकलती है को भंग करने का प्रयास किया। गाड़ियों को आग लगाई गई और आगजनी की घटना कुछ स्थानों पर सामने आई है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा”.
मुख्यमंत्री ने कहा कि फिलहाल नूंह समेत सभी जगह स्थिति सामान्य है. अभी तक कई एफआईआर दर्ज की गई हैं, कुल 70 लोगों को अभी तक हिरासत में लिया गया है और कुल पांच लोग की मौत की अभी तक सूचना है, जिनमें दो पुलिसकर्मी और तीन आम नागरिक हैं. सीएम खट्टर ने लोगों से अपील की कि सभी नागरिक से शांति बहाली में सरकार की मदद करें.