अम्फान तुफान की चपेट में आकर 12 लोगों की मौत
#WATCH कोलकाता: #CycloneAmphan के कारण शहर के कई हिस्से पानी से भरे हुए दिखाई दिए। #WestBengal pic.twitter.com/rGywzjxs4d
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 21, 2020
अम्फान तुफान ने पश्चिम बंगाल और ओडिशा में बड़ी तबाही मचाई है। देर रात तक तेज बारिश और तूफानी हवाएं दोनों राज्यों को झकझोरती रही। इस खतरनाक तूफान से पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कम से कम 12 लोगों की मौत हो गई। बता दे कि कोलकाता में आए इस तुफान के कारण छोटी झोपड़ियाँ क्षतिग्रस्त हो गए और महाचक्रवात अम्फान से मची तबाही में कई पेड़ जड़ से उखड़ गए और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। वहीं बता दे कि रास्ते में गिरे हुए पेड़ों को फायर बिग्रेड की टीम रास्ते से साफ कर रहे हैं।
कोलकाता एयरपोर्ट क्षतिग्रस्त
पश्चिम बंगाल: #CycloneAmphan के कारण कोलकाता एयरपोर्ट का एक हिस्सा पानी से भरा हुआ दिखा। pic.twitter.com/vNtQOYhOIQ
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अम्फान तुफान से कोलकाता एयरपोर्ट क्षतिग्रस्त हो गया है। रनवे और हैंगर पानी में डूबे हैं। अम्फान के कारण एयरपोर्ट पर सभी परिचालन आज सुबह 5 बजे तक बंद कर दिए गए थे, जो अभी भी बंद हैं। 6 घंटे के अम्फान तुफान ने कोलकाता के कई इलाकों में क्षति पहुंचाई। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के महानिदेशक एस.एन. प्रधान ने कहा कि कोलकाता(पश्चिम बंगाल) में एयरपोर्ट रोड पर राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) के कर्मियों द्वारा राहत कार्य जारी है।
तूफान बुधवार दोपहर ढाई बजे बीच पश्चिम बंगाल के दीघा और बांग्लादेश के हातिया द्वीप के बीच तट से टकराया। इस दौरान ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में 190 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी। हवा की रफ्तार अब थम गई है और तूफान बांग्लादेश की तरफ बढ़ गया है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि ये तूफान कोरोना वायरस की आपदा से बड़ी थी। उन्होंने कहा कि इस तूफान में कम से कम 10-12 लोगों की जान गई। उन्होंने कहा- इलाके के इलाके तबाह हो गये. मैंने आज युद्ध जैसे हालात का सामना किया। कम से कम 10-12 लोग मारे गये हैं। नंदीग्राम और रामनगर उत्तर और दक्षिण 24 परगना के दो जिले पूरी तरह तबाह हो गए हैं।
मौसम विभाग के अनुसार
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक उत्तरी 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में 160-170 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं। हवाओं की रफ्तार बढ़कर 185 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई। चक्रवात की वजह से ओडिशा के पुरी, खुर्दा, जगतसिंहपुर, कटक, केंद्रपाड़ा, जाजपुर, गंजम, भद्रक और बालासोर जिलों के कई इलाकों में तेज बारिश हुई।