Ayodhya Airport: अयोध्या जंक्शन का नाम बदलने के बाद अब अयोध्या एयरपोर्ट का नाम भी बदल गया है। बता दें कि अब अयोध्या एयरपोर्ट का नाम महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट अयोध्या धाम रखा गया है। पूरी अयोध्या नगरी को फूलों से सजाया गया है। राम मंदिर लगभग पूरी तरह तैयार हो चुका है। यहां पर रेलवे स्टेशन भी नए लुक हैं और एयरपोर्ट को भी सजाया गया है। दरअसल पीएम मोदी 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा का उद्धाटन करेंगे लेकिन उससे पहले वह 30 दिसंबर को अयोध्या का दौरा करेंगे। वे यहां कई परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। एयरपोर्ट का उद्धाटन करेंगे। साथ ही आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उड़ानों की सेवायें 6 जनवरी से शुरु होंगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा, “टर्मिनल बिल्डिंग अयोध्या के आगामी श्री राम मंदिर की मंदिर वास्तुकला को दर्शाती है। टर्मिनल बिल्डिंग के अंदरूनी हिस्सों को भगवान श्री राम के जीवन को दर्शाने वाली स्थानीय कला, पेंटिंग और भित्ति चित्रों से सजाया गया है।”
एयरपोर्ट का नया नाम क्यों है खास
PMO ने कहा कि “हवाई अड्डे से क्षेत्र में कनेक्टिविटी में सुधार होगा, जिससे पर्यटन, व्यावसायिक गतिविधियों और रोजगार के अवसरों को बढ़ावा मिलेगा। PM मोदी अयोध्या में 2180 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित की जा रही ग्रीनफील्ड टाउनशिप की आधारशिला भी रखेंगे। महर्षि वाल्मिकी को महाकाव्य रामायण लिखने का श्रेय दिया जाता है। इसलिए एयरपोर्ट का नाम उनके नाम पर रखा गया है।”
पीएमओ कार्यलय का बयान
पीएमओ कार्यालय ने एक बयान में कहा, “अत्याधुनिक हवाई अड्डे का पहला चरण 1450 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से विकसित किया गया है। इसके टर्मिनल भवन का क्षेत्रफल 6500 वर्ग मीटर होगा। यहां सालाना 10 लाख यात्री यात्रा करेंगे. पीएमओ ने कहा कि टर्मिनल भवन के सामने वाले हिस्से को भगवान श्री राम के जीवन, स्थानीय कला, पेंटिंग और भित्तिचित्रों से सजाया गया है। हवाई अड्डे के टर्मिनल भवन में इंसुलेटेड छत प्रणाली, एलईडी प्रकाश व्यवस्था, वर्षा जल संचयन, सीवेज उपचार संयंत्र और सौर ऊर्जा संयंत्र जैसी कई सुविधाएं हैं।”