नई दिल्ली: बिहार में चमकी बुखार से मौत का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इस जानलेवा बुखार ने अब तक 135 मासूमों की जिंदगी छीन ली है। चमकी का सबसे ज्यादा कहर राज्य के मुजफ्फरपुर जिले में देखने को मिल रहा है। इस बीमारी का क्या कारण है, स्वास्थ्य महकमा अब तक इस सवाल का जवाब ढूंढने में नाकाम रहा है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का कहना है कि डॉक्टर्स इस बीमारी के इलाज के लिए जी-जान से जुटे हुए हैं।
बिहार के मुजफ्फरपुर में चमकी ने अब तक 117 बच्चों की जान ले ली है। वहीं, मोतिहार में 12 और बेगूसराय में 6 बच्चों की मौत हो गई है। बच्चों की मौत के बड़े आंकड़े के बाद आखिरकार राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जागे थे और राज्य का दौरा किया था।
लगातार हो रही मौत के बाद मेडिकल कॉले की बदतर हालात को सुधारने की कोशिश की जा रही है। अस्पताल में कूलर और एसी लगा दिए गए हैं। वहीं, नया ट्रांसफार्मर भी लगा दिया गया है। लेकिन फिर भी कोई न कोई कमी सामने आ ही जाती है। लाइट की समस्या ने प्रशासन के इन सभी कामों पर पानी फेर दिया है।
बीमारी के कारण का पता नहीं
आखिर इस बीमारी का कारण क्या है, इसका अभी पता लगाया जाना बाकी है। इस बीमारी के कई नए मामले सामने आ रहे हैं। सरकार से इस बीमारी को लेकर सवाल किए जा रहे हैं, लेकिन संतोषजनक जवाब उन लोगों के पास भी नहीं है।
हवाई सर्वेक्षण करेंगे नीतीश
बिहार में चमकी बुखार के साथ-साथ लू का कहर भी देखने को मिल रहा है। इसी के चलते सीएम नीतीश राज्य के कई इलाकों का सर्वेक्षण करेंगे। बता दें कि राज्य में लू के कारण भी कई जिंदगी खत्म हो चुकी है।