नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार 2.0 की सुनामी में कांग्रेस से लेकर तमाम विपक्षी दलों के सपने पूरी तरह बह गए। इसके बाद मिली करारी हार से हताश और निराश होकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव में हार की जिम्मेदारी को लेते हुए अपना इस्तीफा दे दिया। अब बिहार में भी कांग्रेस ने राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव से इस्तीफे की मांग की है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस तेजस्वी पर पूरा दबाव बना रही है।
कांग्रेस ने कहा है कि अगर बिहार में महागठबंधन की जीत होती तो इसका श्रेय गठबंधन के सभी दलों को मिलता। आम चुनाव में गठबंधन की बुरी तरह हार हुई है इसलिए हार की नैतिक जिम्मेदारी तेजस्वी यादव को लेनी चाहिए और अपना इस्तीफा देना चाहिए।
हलांकि, आरजेडी विधायक दल ने इसे अस्वीकार कर दिया है। इस बीच तेजस्वी यादव गुरुवार को मानसून सत्र के पांचवे दिन पहली बार विधानसभा पहुंचे। मिली जानकारी के अनुसार तेजस्वी यादव ने नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा देने की पेशकश की है। इसके बाद आरजेडी विधायक दल की आपात बैठक हुई, जिसमें इसे अस्वीकार कर दिया गया।
आपको बता दे कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की अनुपस्थिति में तेजस्वी यादव पार्टी की कमान संभाल रहे हैं। लेकिन उनकी कार्यशैली से कई बड़े नेताओं में नाराजगी है।