नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 17 जिलों की 94 सीटों के लिए तीन नवंबर को होने वाले चुनाव में एनडीए और महगठबंधन के बीच आर-पार का मुकाबला होने वाला है, महागठबंधन में मुख्यमंत्री पद के चेहरे तेजस्वी यादव समेत राजद की 27 विधायकों को प्रतिष्ठा दांव पर है, एनडीए के आधा दर्जन मंत्रियों समेत कई प्रमुख उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला इसी चरण में होना है।
एनडीए में भाजपा ने 46 सीटों पर उम्मीदवार उतारे
एनडीए की पचास मौजूदा सीटों पर भाजपा और जदयू की प्रतिष्ठा दांव पर है। दूसरे चरण में एनडीए में भाजपा ने सबसे अधिक 46 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं।इनमें भाजपा की राजद के साथ 27 सीटों पर सीधी टक्कर में है। भाजपा की कांग्रेस के साथ 12 सीटों पर और माकपा के साथ एक भाकपा के साथ दो और दो सीटों पर माले के साथ मुकाबला है। इसी प्रकार जदयू अपनी 43 सीटों में सबसे अधिक राजद के साथ 25 सीटों पर आमने-सामने हैं। कांग्रेस के साथ 12 सीटों पर माले के साथ दो, माकपा के साथ तीन और भाकपा के साथ एक सीट पर आमने सामने की टक्कर है।
27 विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर
दूसरे चरण की इस अहम लड़ाई में नेता प्रतिपक्ष समेत महागठबंधन के 27 विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर है। इनमें तेज प्रताप, ऐज्या यादव, आलोक कुमार मेहता, भाई वीरेंद्र, डॉ रामानुज प्रसाद सहित 19 विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर रहेगी। इसके अलावा राजद के दो अन्य विधायकों के परिजानों को भी चुनाव में उतारा है। जबकि कांग्रेस तरफ से पांच विधायकों की साख दांव पर है। इस चरण में कुछ चर्चित चेहरे मैदान में हैं। जिनमें बाहुबली नेता आनंद मोहन के पुत्र चेतन आनंद और पूर्व सांसद सिने अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा के पुत्र लव सिन्हा भी शामिल हैं।