नई दिल्ली : Punjab Election : किसान आंदोलन के चलते पंजाब में सियासत अपने शिखर पर है। बीते दिनों से पंजाब में सियासत और गर्माती जा रही हैं। पंजाब की राजनीतिक गलियारों में मचती खलबली ने कप्तान अमरिंदर को बीच दोहराये पर लाकर खड़ा कर दिया है। जिसके चलते अमरिंदर बाकि राजनैतिक पार्टियों के अध्यक्षों से मुलताक कर रहे है।बीते दिन मंगलवार को अमरिंदर सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी। जिसके बाद राजनैतिक गलियारों में हलचल और तेज़ हो गयी है।
Punjab Punjab Election : किसान बिल को रद्द करने की मांग
बता दें ,अमित शाह से मुलाकात के बाद अमरिंदर सिंह ने किसानों के प्रदर्शन के मुद्दे पर दखल देने की गुहार लगाई थी। जिसकी वजह से यह अनुमान लगाया जा रहा है की प्रधानमंत्री से मुलाकात किसान बिल को रद्द करने की मांग को लेकर होगी। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अमित शाह से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल की 25 कंपनियां तथा सीमा सुरक्षा बल के लिए ड्रोनरोधी मशीनों की भी मांग की हैं। उनका कहना था कि पाकिस्तान समर्थित आतंकी ताकतें पंजाब को कभी भी अपना निशाना बना सकती हैं।
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दरअसल,अमरिंदर सिंह सामाजिक,आर्थिक और सुरक्षा प्रभावों का हवाला देते हुये कृषि क़ानून को रद्द करने का मांग कर सकते है। क्योंकि पंजाब के ज़्यादातर किसान कृषि सुधार के तीनों कानून को मानाने से इंकार करते हुए पिछले एक साल से दिल्ली गाज़ीपुर बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे है। कृषि कानून से पहले कप्तान अमरिंदर सिंह पीएम मोदी से पंजाब की सुरक्षाओं को लेकर बॉर्डर की सुरक्षा पर भी चर्चा कर सकते हैं।