रश्मि सिंह|Delhi News: आप नेता दुर्गेश पाठक की विधानसभा राजेंद्र नगर के लोहा मंडी नेपाली पार्क में दो दिन पहले आग लगने से वहां बसे लोगों की झुग्गियां उजड़ गईं। जैसे ही यह खबर विधायक दुर्गेश पाठक को लगी, वह अपने कार्यकर्ता साथियों एवं फायर ब्रिगेड के साथ आधी रात को घटना स्थल पर पहुंचे। फायर ब्रिगेड एवं स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया। दुर्गेश पाठक ने तुरंत सभी पीड़ितों के लिए खाना, वाटरप्रूफ टेंट, सोने के लिए गद्दे-रज़ाई, पानी आदि की व्यवस्था कराई। दुर्गेश पाठक ने पूरी रात जागकर यह सुनिश्चित किया कि एक-एक पीड़ित तक राहत सामग्री पहुंच रही है।
पीड़ितों को बांटा राहत सामग्री
आज दूसरे दिन भी आप नेता ने पीड़ितों की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ी। दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में फिर से झुग्गियां तैयार की जा रही हैं। झुग्गियां तैयार होने तक पीड़ितों को तीनों वक्त का खाना, वाटरप्रूफ टेंट, गद्दे-रज़ाई, पानी आदि मिलता रहेगा। पीड़ितों का कहना है कि उन्हें गर्व है कि उन्होंने आप नेता दुर्गेश पाठक को अपना विधायक चुना जिन्होंने ऐसी दुख की घड़ी में उनका साथ नहीं छोड़ा। लोगों ने दुर्गेश पाठक को उनका सहारा बनने के लिए धन्यवाद किया।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता, राजेंद्र नगर के विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने अपने बयान में कहा कि लोहा मंडी के नेपाली पार्क में बहुत ही दुखद घटना हुई है। आग लगने की खबर मिलते ही हम सब घटना स्थल पर पहुंचकर पीड़ितों से मिले। लोग ऐसी सर्दी में सड़क पर आ गए थे और उन्हें ऐसे रोते-बिलखते देखा नहीं जा रहा था। ऐसे में पूरी रात हमने अपने कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर पीड़ितों के रहने और खाने का इंतजाम किया। मैंने निर्देश देकर वहां वाटरप्रूफ टेंट, गद्दे-रजाई की व्यवस्था कराई। सारी व्यवस्था के बाद अब लोग कुछ राहत में हैं।
सीएम केजरीवाल को किया धन्यवाद
उन्होंने कहा कि उन्हें घर की जरूरत है, यह आम आदमी पार्टी और मैं भली-भांति समझते हैं इसलिए सीएम अरविंद केजरीवाल जी के नेतृत्व में सभी परिवारों के लिए नई झुग्गियां तैयार की जा रही हैं। ऐसी व्यवस्था के लिए मैं मुख्यमंत्री जी का दिल से धन्यवाद करता हूं। सारी झुग्गियां तैयार होने तक पीड़ितों को तीनों वक्त का खाना मिलता रहेगा। राहत सामग्री लोगों तक समय पर पहुंच रही है, यह मैं खुद सुनश्चित कर रहा हूं। जबतक सारी समस्या खत्म नहीं हो जाती है, मैं पीड़ितों से लगातार मिलता रहूंगा। उनकी मदद को मुझसे जो बन पड़ेगा, मैं करने को तैयार हूं।