रश्मि सिंह|ED Case Against Arvind Kejriwal: दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी नेता अरविंद केजरीवाल जकी मुश्किलें और भी बढ़ती जा रही है। दिल्ली शराब नीति मामले में प्रवर्तन निदेशालय ईडी के तीन बार नोटिस देकर बुलाने पर भी दिल्ली के सीएम जांच एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए है। अब खबर है कि अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया जा सकता है। इस बीच ईडी ने केजरीवाल पर जो आरोप लगाए है, उसकी जानकारी भी सामने आ गई है।
ईडी का केजरीवार को समन
आपको बता दें कि, दिल्ली शराब नीति मामले में ईडी ने पांच ऐसे बिंदुओं के बारे में बताया है, जिनके आधार पर जांच एजेंसी केजरीवाल से पूछताछ करना चाहती है। इसमें केजरीवाल के घर पर शराब नीति को लेकर मीटिंग से लेकर पार्टी को मिलने वाले पैसे तक का जिक्र किया गया है। इन सबके बीच इस बात की भी चर्चा शुरु हो गई गुरुवार यानी 4 जनवरी को दिल्ली सीएम को एक और नोटिस भेजे सकती है।
अरविंद केजरीवाल पर क्या आरोप लगे है ?
- ईडी की जांच में सामने आया है की, प्रोसीड ऑफ क्राइम के दौरान 338 करोड़ रुपये आम आदमी पार्टी तक पहुंचे है। दरअसल, मनीष सिसोदिया की बेल पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान ईडी ने 338 करोड़ रुपये की मनी ट्रेल अदालत के सामने रखी थी। इसमें यह साबित हो रहा था कि शराब नीति के दौरान शराीब माफइया से 338 करोड़ रुपये आम आदमी पार्टी तक पहुंचा है। ईडी का कहना है कि अरविंद केजरीवाल पार्टी के संरक्षक है, इसलिए उनसे पूछताछ करना जरूरी है।
- शराब नीति मामले के आरोपी इंडोस्पिरिट के डायरेक्टर समीर महेंद्रू ने पूछताछ में ईडी को बताया कि अरविंद केजरीवाल के बेहद करीबि विजय नायर ने उनकी मुलाकात फेस टाइम ऐप के जरिये दिल्ली सीएम से करवाई थी। इसमें अरविंद केजरीवाल ने उससे बोला था कि विजय नायर उनका आदमी है और उसे नायर पर भरोसा रखना चाहिए।
- नई शराब नीति को लेकर मीटिंग अरविंद केजरीवाल के घर पर भी हुई थी। इस मुलाकात में कुछ प्रमुख नेता और लोग शामिल हुए थे। इस बात को भी आधार बनाकर ईडी केजरीवाल से पूछताछ करना चाहती है।
- मनीष सिसोदिया के तत्कालीन सचिव सी अरविंद ने पूछताछ के दौरान बताया कि आबकारी नीति में 6% का मार्जिन प्रॉफिट था, जिसे अरविंद केजरीवाल की मंजूरी से ही 12% किया गया था। यानी आबकारी नीति बनाने में अरविंद केजरीवाल की भी भूमिका थी।
- नई आबकारी नीति को लेकर जो कैबिने ट बैठक हुई थी वह कैबिनेट बैठक मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई जाती है। कहीं न कहीं इस तरहसे आबकारी नीति मामले के तार सीधे तौर पर अरविंद केजरीवाल से जुड़ रहे है।