मणिपुर में शर्मशार करने वाली एक घटना सामने आई हैं. जिसमें पूरे देश की बेज्जती औऱ हमारे देश की पंरपरा के सामनें ये वाद-विवाद की इस हिंसा को संवाद से सुलझाया जाए. औऱ हिंसा भड़काने वाले आरोपियों के खिलाफ सख्ती बरती जाऐ.
मणिपुर में 3 मई को मोर्चे के दौरान हिंसा भड़की थी, इसमें कुकी समुदाय की और से निकाले गए आदिवासी एकता मार्च के दौरान हिंसा भड़की थीं. इस दौरान कुकी और मैतेई समुदाय के बीच हिंसक झड़प हो गई थी. तब से ही वहा के हालात तनावपूर्ण बनें हुए हैं, हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, इसी बीच नए संसद भवन में आज मानसून सत्र की पहली बैठक में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया सके माध्यम से सम्बोंधित किया. औऱ इसी दौरान उन्होंने कई महत्त्वपूर्ण विषयों पर अपने विचार और गुस्सा प्रकट किया. वहीं पहले प्रधानमंत्री ने मणिपुर घटना को शर्मशार करने वाली बताया हैं और साथ ही उन्होंने कहा कि मणिपुर में कठोर से कठोर कानून व्यवस्था की जाए और अपने देश की पंरपरा के बारे में भी बताया. कहा की वाद-विवाद को संवाद से सुलझाया जाए.
PM ने कहा वाद-विवाद को संवाद से सुलझाया जाए
पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां सदियों से परंपरा रही हैं, कि जब विवाद हो तो संवाद से सुलझाया जाए मीडिएंशन की परंपरा हमारे देश की बहुत सदियों पुरानी हैं, उसको अब कानूनी आधार देते हुए मेडिएंशन बिल लाने की दिशा में इस सत्र का बहुत बड़ा उपयोग हैं. यह अनेक विवादों से सामान्य से सामान्य मांनवी से लेकर असमान्य विवादों को मिल बैठकर सुलजाने सुलझाया जा सकता हैं.
डेंटल मेडिकल कॉलेज के छात्रों को मिली नई व्यवस्था
पीएम मोदी ने आगे कहा कि इसी प्रकार से डेंटल मिशन को लेकर के एक बिल जो हमारे डेंटल मेडिकल कॉलेज को लेकर छात्रों के लिए एक नई व्यवस्था को आकार देगा. ऐसे में अनेक महत्वपूर्ण बिल इस बार इस सत्र में संसद में आ रहे हैं, वहीं यह जनहित के लिए सरकार एक बड़ी पहल हैं. जो कि युवा हित के लिए हैं. यह भारत से उज्जवल भविष्य के लिए मुझे विश्वास हैं. कि इसे सदंन में गंभीरता पूर्ण इन बिल पर चर्चा करके हम बहुत तेजी से राष्ट्र हित के महत्वपूर्ण कदमों को आगे बढ़ाएंगे
पीएम मोदी का मणिपुर हालत पर गुस्सा
आज जब मैं आपके बीच आया हूं, इस लोकतंत्र के मंदिर के पास खड़ा हूं, मेरा हृदय पीड़ा से भरा हुआ हैं, औऱ क्रोध से भरा हुआ हैं, वहीं मणिपुर की जो घटना सामने आई हैं, किसी भी शब्द में समाज के लिए यह शर्मसार करने वाली घटना हैं, गुनाह करने वाले कितने हैं, कौन हैं, वह अपनी जगह पर हैं, लेकिन बेज्जती पूरे देश की हो रही है, 140 करोड़ देशवासियों को शर्मसार होना पड़ रहा हैं, मैं सभी मुख्यमंत्रियों से आग्रह करता हूं, कि अपने राज्य में कानून व्यवस्था को और मजबूत करें खास करके हमारी माता बहनों की रक्षा के लिए कठोर से कठोर कदम उठाए. घटना चाहे राजस्थान की हों या चाहे छत्तीसगढ़ की हों, या फिर मणिपुर की हो इस देश में हिंदुस्तान के किसी भी कोने में किसी भी राज्य सरकार में राजनीति वाद-विवाद से ऊपर उठकर कानून व्यवस्था को लेकर महात्म्य और नारी का सम्मान ने करने वालो को कठोर सजा दी जाएगी, साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि मैं देश वासियों को विश्वास दिलाता हूं. कि किसी भी गुनाहगार को बख्शा नहीं जाएगा. और कहा कि कानून पूरी शक्ति से एक के बाद एक कदम उठाएगा, औऱ मणिपुर में बेटियों के साथ जो हुआ हैं, इनको कभी भी माफ नहीं किया जाएगा.