नई दिल्ली : भारत में कई राज्यों की तरह ही कोरोना वायरस के भयंकर प्रसार के कारण मध्यप्रदेश भी संकट से जूझ रहा है। राज्य के कई अस्पतालों में मेडिकल ऑक्सीजन और डॉक्टरों की भारी कमी है, जिस कारण बड़ी संख्या में कोविड मरीजों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। जानकारी के अनुसार छतरपुर जिला अस्पताल में पांच घंटे तक ऑक्सीजन की सप्लाई बंद रहने से चार कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई।
ऑक्सीजन की कमी के कारण मुरैना जिला अस्पताल में भी एक संक्रमित महिला ने अपनी मां की गोद में दम तोड़ दिया। इसके पहले शुक्रवार को ग्वालियर के सात अस्पतालों में ऑक्सीजन खत्म होने से 10 कोरोना संक्रमितों की मौत हो गई थी।
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मध्यप्रदेश में कोरोना का कहर
पिछले 24 घंटे की बात करें तो मध्यप्रदेश में कोरोना के 12 हजार 918 नए मरीज मिले हैं। इससे प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 4 लाख 85 हजार 703 हो गई। इसी अवधि में पूरे राज्य में रिकॉर्ड 104 कोरोना मरीजों की मौत हुई। वहीं, अप्रैल के 23 दिनों में 1,027 लोग कोरोना की जंग हार चुके हैं।
तीन लाख से ज्यादा मरीज हुए ठीक
इनमें 729 मौतें तो पिछले 10 दिन में ही रिकॉर्ड दर्ज की गई। 104 मरीजों की मौत के बाद प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की कुल संख्या 5041 हो गई। इसके अलावा शनिवार (24 अप्रैल) को 11091 संक्रमित मरीज स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। अब तक प्रदेश में 3 लाख 91 हजार 299 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं जबकि 89 हजार 363 मरीज एक्टिव हैं यानी इनका इलाज जारी है।