नोएडा को DOF यानि खुले में शौच मुक्त घोषित हुए 2 साल पूरा होने को है.. 2 अक्टूबर 20108 को पिछले साल नोएडा को औपचारिक तौर पर खुले में शौच मुक्त करने का ऐलान धूमधाम से किया गया था.. नोएडा के इंदिरा गांधी कला केंद्र में तत्कालीन संस्कृति मंत्री और नोएडा के सांसद महेश शर्मा ने इस बाबत सर्टीफिकेट भी जारी किया था. सरकार की सकारात्मक कोशिशों का ही नतीजा है कि आज नोएडा साफ सफाई और स्वच्छता का प्रतीक बना दिखाई दे रहा है.
साफ सुथरी सड़कें और सड़कों पर लोगों की सुविधा के लिए बनाए गए निशुल्क शौचालय नोएडा के ODF होने की मुनादी खुद करते दिखते हैं. नोएडा का हार्ट यानि एक्स्प्रेस-वे से परीचौक गुज़रते हुए आपको हाईवे पर तो शौचालय मिलेंगे ही. रिहायशी इलाकों में भी कदम कदम पर आपको ‘फिज़िकल’ हाईजीन के लिए प्रेरित करते दिखाई दे जाते हैं. नोएडा के सेक्टर 18 में GIP के बाहर से होते हुए नोएडा अथॉरिटी ने तमाम सेक्टर्स को जाने वाले हाईवेज़ और राजमार्गों पर बाकायदा निशुल्क शौचालयों की व्यवस्था कराई हुई है. जिन्हें इस्तेमाल करने के लिए आपको एक भी रुपये खर्च करने की ज़रूरत नहीं है. सेक्टर 95 से लेकर परी चौक तक के सफर में आपको कहीं भी खुले में शौच के निशान नहीं मिलेंगे. महामाया फ्लाईओवर से आगे के सफर की शुरुआत में ही बस स्टैंड के पास आपको रिलैक्स होने के लिए सोचने की ज़रूरत नहीं है.
यहां भी आपको निशुल्क शौचालय, बेहद साफ सफाई के साथ वेल्कम करता दिख जाएगा.. आगे बढ़ने पर हाईवे के बाईं ओर के तमाम सेक्टर्स में भी जगह-जगह निशुल्क शौचालय मौजूद हैं. नोएडा सेक्टर 90, सेक्टर 100, सेक्टर 110 सेक्टर 134, सेक्टर 136, सेक्टर 137, सेक्टर 142, सेक्टर 151 होते हुए आगे के सफर में नोएडा अथॉरिटी के प्रयास फलीभूत होते दिखाई देते हैं. नोएडा के हार्ट के सबसे व्यस्त सेंटर सेक्टर 137 में एडवांट बिज़नेस पार्क के पास भी लोगों की तादाद को नज़र में रखते हुए 2 शौचालय बनाए गए हैं. जिसमें से एक तो देर रात तक सेवाएं देता है. स्वच्छ सर्वेक्षण-2019 की रैंकिंग में नोएडा का 177 पायदान चढ़कर देशभर में 150वें नंबर पर आना अथॉरिटी के इन्हीं प्रयासों का जीता जागता प्रमाण है.
सिटिजन फीडबैक और डायरेक्ट ऑब्जर्वेशन में नोएडा को अच्छे अंक मिलना कोशिशों का सकारात्मक रिज़ल्द दिखा रहा हैं. पिछले साल नोएडा की ये रैंकिग 327वीं थी. अथॉरिटी का दावा था कि रैंकिंग में दस गुना सुधार होगा. नोएडा को उम्मीद है कि इस साल स्वच्छता सर्वेक्षण में 2 अक्टूबर से पहले शहर की रैंकिंग और सुधरेगी.
दीपाली शुक्ला, @deepali_deep15