नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में आज विपक्षी दलों का एक प्रतिधिमंडल घाटी जाएगा। हालांकि, जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बयान जारी किया है। उन्होंने विपक्षी नेता को घाटी में आने से मना कर दिया और कहा कि वह सिर्फ सहयोग करें।
बता दें कि राहुल गांधी के जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद पहली बार घाटी में आ रहे हैं। उनके साथ कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद और कई दलों के नेता जैसे सीपीआई के डी राजा, माकपा के सीताराम येचुरी, डीएम रे टी शिवा, एनसीपी के माजिद मेमन, आरजेडी के मनोज झा भी घाटी आ रहे हैं।
हालांकि, प्रशासन ने इस संबंध में ट्वीट किया और कहा कि नेताओं के आने से घाटी में असुविधा होगी। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नेताओं को ये समझना चाहिए कि शांति, व्यवस्था बनाए रखने और नुकसान को रोकने के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि घाटी में आने वाले नेता प्रतिबंधों का उल्लंघन करेंगे। उन्होंने कहा कि हम घाटी के लोगों को आतंकियों से बचाने में लगे हुए हैं।
पुलिस द्वारा जानकारी मिली है कि विपक्षी प्रतिनिधिमंडल को श्रीनगर एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा।