Jyotiraditya Scindia Birthday: केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया आज अपना 54वां जन्मदिन मना रहे हैं। मध्य प्रदेश राज्य में राजघराने के रुतबा रहा है तो वह ग्वालियर के सिंधिया परिवार का है इसी परिवार से आने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया इस समय एमपी के सबसे बड़े राजनेताओं में से एक हैं। इसके साथ ही वह फिलहाल वह बीजेपी में राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं। जानेंगे कुछ खास बातें…
कौन-कौन है सिंधिया के परिवार में?
आपको बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया का जन्म 1 जनवरी, 1971 मुंबई में हुआ था। हालांकि सिंधिया को सियासत विरासत में मिली थी। उनका परिवार भारतीय राजनीति के उन चुनिंदा परिवारों में से एक रहा, जिसके पास राजशाही विरासत तो है ही, लोकतंत्र में भी रसूख कायम है। चाहे सिंधिया कांग्रेस में रहे हो या फिर बीजेपी में, उनका रुतबा हमेशा से कायम है। पिता माधवराव सिंधिया की मौत के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस से सियासत की शुरूआत की, लेकिन 2020 में उन्होंने मध्यप्रदेश की सियासत में सबसे बड़ा सत्ता परिवर्तन किया, जो कि प्रदेश के राजनीतिक इतिहास में दर्ज हो गया। ज्योतिरादित्य के परिवार की अगर बात करें तो उनकी पत्नी और एक बेटा महाआर्यमन सिंधिया व एक बेटी अनन्या राजे हैं।
कैसा रहा सिंधिया का सियासी सफर
आपको बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार 2002 में लोकसभा का उपचुनाव जीतकर सांसद बने थे, इसके बाद वह 2002, 2004, 2009 और 2014 तक सिंधिया लगातार 4 बार लोकसभा चुनाव जीते। इतना ही नहीं वह यूपीए-2 सरकार में ऊर्जा राज्य मंत्री रहे। बता दें कि सिंधिया चौदहवीं लोकसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक भी रहे। उनके इस सफर में साल 2018 भी खास है जहां वह मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस प्रचार समिति के अध्यक्ष रहे। उसके बाद कांग्रेस में शामिल रहते हुए पार्टी के महासचिव भी रहे हैं। आखिर उन्होंने कांग्रेस का दामन छोड़ बीजेपी की ओर रुख मोड़ा और बीजेपी में शामिल होने के बाद पहली बार राज्यसभा सांसद बने। इसी के साथ 6 जुलाई को ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। फिलहाल, ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य हैं। ये भी माना जाता है कि कमलनाथ सरकार गिराने में सिंधिया की अहम भूमिका थी।