महाराष्ट्र सरकार द्वारा वर्सोवा-बांद्रा सी लिंक का नाम बदलकर वीर सावरकर सेतु कर दिया गया है. इसके साथ ही मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक का नाम बदलकर अटल सेतु कर दिया गया है. महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने पिछले महीने ही घोषणा की थी कि मुंबई के बांद्रा-वर्सोवा समुद्री लिंक का नाम हिंदुत्व विचारक वीर सावरकर के नाम पर रखा जाएगा.
दिया जाएगा वीर सावरकर वीरता पुरस्कार
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा था कि केंद्र सरकार द्वारा दिए जाने वाले वीरता पुरस्कार के समान एक राज्य स्तरीय वीरता पुरस्कार का नाम भी स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर किया जाएगा. वीर सांवरकर जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा था कि आगामी बांद्रा-वर्सोवा सीलिंक का नाम स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के नाम पर रखा जाएगा. केंद्र सरकार के वीरता पुरस्कार की तरह ही महाराष्ट्र सरकार भी स्वातंत्र्यवीर सावरकर वीरता पुरस्कार भी दिया जाएगा.
नाम को लेकर नहीं होना चाहिए विवाद
कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता फरल मुनगंटीवार ने कहा कि चूंकि देश में दो प्रभावशाली धर्मों के नामों को प्रतिबिंबित करने के लिए नाम बदल दिया गया है, इसलिए इसे लेकर कोई समस्या नहीं होनी चाहिए. अटल बिहार वाजपेयी पूर्व प्रधानमंत्री और भारतीय जनता पार्टी के सबसे बड़े सदस्यों में से एक थे, जबकि विनायक दामोदर सावरकर, जिन्हें वीर सावरकर के नाम से भी जाना जाता है, एक उग्र क्रांतिकारी और हिंदू राष्ट्रवादी आंदोलन के नेता थे. सावरकर को 1910 में हिरासत में लिया गया और 50 साल की जेल की सजा दी गई. 13 वर्षों तक उन्हें अंडमान में हिरासत में रखा गया. उन्होंने 1921 में ‘एसेंशियल्स ऑफ हिंदुत्व’ पुस्तक लिखी.
अटल बिहारी वाजपेई एक बार नहीं, दो बार नहीं बल्कि तीन बार भारत के प्रधानमंत्री बने. 1996 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेई तीन बार भारत के प्रधानमंत्री पद पर रहे.