नई दिल्ली- चुनावी मौसम में वोट मांगने के लिए सभी राजनीतिक दल सभी मर्यादाएं लांघने पर आमादा हैं। फिर चाहे आचार संहिता का उल्लंघन ही क्यों ना हो। लोकसभा चुनाव 2019 में सबसे ज्यादा जुबानी मर्यादाएं तोड़ी गई हैं। कोई किसी को कातिल बोल रहा है, कोई किसी को स्पीडब्रेकर बुला रहा है, तो कोई डायनासोर। माइक के सामने आते ही नेताओं की जुबान इस हद तक बेलगाम हो जाती है कि वह भाषा की मर्यादा को रौंदती चली जाती है।
#WATCH West Bengal CM Mamata Banerjee in Purulia: Money doesn’t matter to me.That is why when Narendra Modi came to Bengal and accused my party of being Tolabaaz (Toll collector), I wanted to give him a tight slap of democracy pic.twitter.com/JnE5xywWJI
— ANI (@ANI) May 7, 2019
ममता बनर्जी का विवादित बयान
इसी कड़ी में बंगाल की मुख्यमंत्री ने सारी हदें पार करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी को लोकतंत्र का एक जोरदार तमाचा लगना चाहिए। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पीएम मोदी के आरोप से इतनी भड़क गई कि उन्होंने विवादित बयान दे डाला। उन्होंने कहा कि मोदी को लोकतंत्र का एक जोरदार तमाचा लगना चाहिए।