नई दिल्ली: Mukhtar Ansari Banda Jail: उत्तर प्रदेश में बीते कुछ सालो से अपराध का स्तर काफी नीचे आ चूका है। योगी सरकार ने अपने कार्यकाल में माफिया, दलाल, गुंडों और अपराधीयों के पसीने छुड़ा दिये है । सीएम योगी का अपराध मुक्त उत्तर प्रदेश का सपना करीब- करीब पूरा होता नज़र आ रहा है यूपी पुलिस को सीएम योगी का आदेश है कि प्रदेश में किसी भी छोटे, बड़े प्रकार के अपराध को नज़र अंदाज़ न किया जाये और अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाये।
यूपी पुलिस पर उनकी हत्या कर देने का आरोप
वहीं अप्रैल महीने में पंजाब के रोपड़ जेल से लाए जाने के बाद अंसारी को कई आपराधिक मामलों में यूपी की बांदा जेल में विचाराधीन (अंडर कंसीड्रेशन) कैदी के तौर पर रखा गया है. कैदी मुख़्तार अंसारी बहुजन समाज पार्टी का विधायक है। बांदा जेल में कैद आरोपी मुख़्तार को अक्सर अपनी जान की फ़िक्र रहती है वो कई बार यूपी पुलिस पर उनकी हत्या कर देने का आरोप लगा चूका है, अंसारी के परिवार को भी यूपी पुलिस पर भरोसा नहीं है। दरअसल, गैंगस्टर विकार दुबे की मृत्यु के बाद से ही कई अपराधी प्रदेश छोड़ कर किसी और प्रदेश में छिपे बैठे है, या फिर यूपी पुलिस के एनकाउंटर की गिनती बड़ा चुके हैं। यही कारण है की मुखर को भी अपनी मौत का डर सता रहा है।
यहाँ भी पढ़े :-CM Yogi : देश की सबसे अधिक आबादी वाला राज्य आज सबसे सुरक्षित
अकारण लोग बिना रजिस्टर में इंट्री किये ही जेल में दाखिल
बता दें, योगी सरकार और यूपी पुलिस से डरे हुये मुख्तार अंसारी ने अदालत को बताया है कि जेल के अंदर उनकी हत्या की साजिश हो रही है। उसकी हत्या के लिए किसी ने 5 करोड़ रुपये की सुपारी दी है। अंसारी के वकील रणधीर सिंह सुमन का मानना है कि, मुख़्तार अंसारी ने दावा किया कि अकारण लोग बिना रजिस्टर में इंट्री किये ही जेल में दाखिल हुए है। उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद अंसारी को जालसाजी और धोखाधड़ी के मामले में, यूपी में सांसदों और विधायकों से जुड़े मामलों की विशेष अदालत की जज मौसमी मधेसी के समक्ष सोमवार को वर्चुअल रूप से पेश किया गया था।
मुख़्तार ने कोर्ट से की मामले की जांच कराने की मांग
वकील रणधीर सिंह सुमन ने कहा कि अंसारी ने जज को बताया कि जेल के अंदर उनकी हत्या के लिए 5 करोड़ रुपये का ठेका दिया गया है. अंसारी ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ संदिग्ध व्यक्ति बिना रजिस्टर में इंट्री किए ही जेल में घुस गए थे जिसके बाद उन संग्दिधो ने सीसीटीवी कैमरों की दिशा भी बदल दि थी। कैदी मुख़्तार ने अपने बचाव के लिए कोर्ट से मामले की जांच कराने की मांग की है. कोर्ट ने मामले में सुनवाई की अगली तारीख 27 अगस्त तय की है.
ईडी ने भी अपनी कार्रवाई तेज
मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद की बेनामी संपत्तियां अब ईडी के रडार पर हैं। दोनों आरोपियों के खिलाफ यूपी पुलिस के बाद अब ईडी ने भी अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। अंसारी और अतीक के खिलाफ प्रयागराज में केस दर्ज करके ईडी उनकी बेनाम संपत्ति की छानबीन कर रही है। अवैध रूप से कमाई की गई सम्पतियों की सूची बनाकर ईडी उन्हें अटैच करेगी। ईडी की टीम जल्द ही मुख्तार से बांदा जेल और अतीक से गुजरात की साबरमती जेल में पूछताछ भी करेगी। जिसके चलते ईडी अधिकारी कोर्ट से अनुमति लेने की भी तैयारी कर रहे है।
https://www.youtube.com/watch?v=sa0F6XqFFGw