वाराणसी : दुबारा पीएम पद की शपथ लेने के बाद आज पहली बार नरेंद्र मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचे, जहाँ उन्होंने सबसे पहले वाराणसी एयरपोर्ट पर लाल बहादुर शास्त्री की 18 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया। इसके बाद उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान के तहत वृक्षारोपण किया। पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करते हुए सरकार की नीतियों व सरकार की योजनाओं की रूप-रेखा लोगों के सामने रखी।
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार की कोशिश अगले पांच सालों में देश के गांवों को हाईटेक बनाने की है। उन्होंने कहा कि आगामी पांच सालों में गांवों में सवा लाख किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया जाएगा। हाईवेज, रेलवेज, एयरवेज, वॉटरवेज, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर, गांव में ब्रॉड बैंड की सुविधा इन सभी में आने वाले 5 वर्षों में 100 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा।
स्वच्छ भारत अभियान को और अधिक धार देने के लिए उन्होंने लोगों से इस अभियान से और अधिक संख्यां में जुड़ने की अपील की। उन्होंने कहा कि काशी में भी स्वच्छता और सुंदरता का लाभ हम सभी को देखने को मिल रहा है। गंगा घाट से लेकर सड़कों और गलियों तक में साफ-सफाई के कारण यहां आने वाले पर्यटक अब बेहतर अनुभव कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि हम 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुसार पूरे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण कर रहे हैं। गांव में उपज के भंडारण के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर, शहरों में आधुनिक सुविधाओं का निर्माण, हर स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। पांच ट्रिलियन डॉलर के सफर को आसान बनाने के लिए हम स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत, सुंदर भारत बनाने पर भी फोकस कर रहे हैं। बीते वर्षों में स्वच्छता के लिए देश के हर नागरिक ने जो योगदान दिया है, उससे स्वस्थ भारत बनाने की हमारी कोशिश को बल मिला है।
जल संरक्षण पर बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा कि जल संरक्षण और जल संचयन के लिए पूरे देश को एकजुट होकर खड़ा करने की कोशिश की जा रही है। हमारे सामने पानी की उपलब्धता से भी अधिक पानी की फिजुलखर्ची और बर्बादी बहुत बड़ी समस्या है। लिहाजा घर के उपयोग में या सिंचाई में पानी की बर्बादी को रोकना आवश्यक है।
देश की अर्थव्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि आज ज्यादातर विकसित देशों के इतिहास को देखें, तो एक समय में वहां भी प्रति व्यक्ति आय बहुत ज्यादा नहीं होती थी। लेकिन इन देशों के इतिहास में एक दौर ऐसा आया, जब कुछ ही समय में प्रति व्यक्ति आय तेजी से बढ़ी। यही वो दौर था जब ये देश विकासशील से विकसित देशों की श्रणी में आए।
जब किसी भी देश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ती है तो वो खरीद की क्षमता बढ़ाती है। खरीद की क्षमता बढ़ती है तो मांग बढ़ती है। मांग बढ़ती है तो उत्पादन बढ़ता है, सेवा का विस्तार होता है। यही प्रति व्यक्ति आय में वृद्धि, उस परिवार की बचत को भी बढ़ाती है।