नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी शुक्रवार को सोनभद्र हत्याकांड के पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए पहुंची थीं, लेकिन मिर्जापुर में उनके काफिले को रोक लिया गया। जिसके बाद प्रियंका गांधी धरने पर बैठ गईं और जिद पर अड़ गईं कि वह पीड़ित परिवार से मिलकर ही जाएंगी। उन्होंने शुक्रवार की रात धरना देते हुए मिर्जापुर में ही बिताई। इसके बाद शनिवार को खुद पीड़ित परिवारों के 15 लोग प्रियंका गांधी से मिलने के लिए चुनाव गेस्ट हाउस पहुंचे, जिनमें से कुल दो लोगों को ही प्रियंका से मिलने की इजाजत दी गई।
Mirzapur: Family members of the victims of Sonbhadra's firing case come to meet Congress General Secretary Priyanka Gandhi Vadra at Chunar Guest House. pic.twitter.com/Yujq1qcSU6
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 20, 2019
पीड़ितों से मिलकर भावुक हुईं प्रियंका गांधी
पीड़ित परिवारों के परिजनों से मिलकर प्रियंका गांधी भावुक हो गईं। पीड़ित परिवारों के कुल 15 परिजन प्रियंका से मिलने पहुंचे थे, लेकिन कुल दो लोगों को ही मिलने के लिए भेजा गया।
फिर धरने पर बैठीं प्रियंका गांधी
Priyanka Gandhi Vadra: Two relatives of victims have come here to meet me, 15 others are not being allowed to meet me. Even I am not being allowed to meet them. Bhagwan jane inki mansikta kya hai? Aap thoda dawab banayiya, unhe aana dijiye. Mere pichhe pade hain. pic.twitter.com/49WkEL1URC
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 20, 2019
सोनभद्र नरसंहार के पीड़ित परिजन से मुलाकात के बाद प्रियंका गांधी दोबारा से धरने पर बैठ गई हैं। अब प्रियंका इस बात से नाराज हैं कि पहले तो उन्हें पीड़ित परिजनों से नहीं मिले दिया गया और अब जब खुद पीड़ित परिजन उनसे मिलने आए तो भी 13 लोगों को उनसे नहीं मिलने दिया गया। इसलिए एक बार फिर प्रियंका धरने पर बैठ गई हैं।