जनतंत्र डेस्क, राजस्थान: सड़क पर लगने वाले टोल टैक्स को लेकर हर कोई चिंतित है। ऐसे में वाहन चालकों ने टोल बूथ से बचने की पूरी कोशिश की। बहुत से लोग तो इससे बचने के लिे 10 किलोमीटर तक का सफर करते थे। लेकिन वहीं समय बचाने वाले सीधे टोल रूट पर जाना पसंद करते हैं। ऐसे में बेहतर होगा कि निजी कार का टोल माफ कर दिया जाए।
कार मालिकों के लिए एक अच्छी खबर है। बता दें कि राजस्थान सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। रायसेन कस्बे से राहतगढ़ सागर होते हुए गैरतगंज-बेगमगंज होते हुए 101 किलोमीटर लंबे मार्ग पर वाणिज्यिक वाहनों से ही टोल वसूला जाएगा. एमपीआरडीसी ने टेंडर तैयार कर जारी कर दिए हैं। दरअसल राजस्थान में टोल कमर्शियल वाहनों से ही वसूला जाता है। लेकिन अशोक गहलोत की सरकार आते ही फिर से टोल टैक्स शुरू हो गया।
गौरतलब है कि एमपीआरडीसी ने तीन महीने पहले उस सड़क पर डामर का काम किया था। राशि की वसूली के लिए टोल वसूलने का निर्णय लिया गया है। उन्हें टोल टैक्स नहीं देना होगा। वहीं आपको बता दें कि सरकार की ओर से कुछ विभाग भी बनाए गए हैं। इसमें शामिल लोगों को टोल टैक्स नहीं देना पड़ता है। पहले इस श्रेणी में 9 लोग शामिल थे, अब इसे बढ़ाकर 25 कर दिया गया है। इसमें सरकारी कर्मचारियों से लेकर लाशों तक के वाहन शामिल हैं, जिन पर टोल टैक्स नहीं देना पड़ता है।
राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधान मंत्री, मंत्री, एमपी मंत्री, न्यायाधीश-मजिस्ट्रेट, वरिष्ठ अधिकारी, रक्षा पुलिस, अग्नि, युद्ध, रोगी वाहन, सुनवाई, मजिस्ट्रेट सचिव, विभिन्न मंत्रालयों के अधिकारी, विभिन्न विभागों के सचिव, निर्वाचित राज्य और केंद्र सरकार अधिकारी, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधिकारी इनके अलावा राज्य सरकारों की ओर से जिन लोगों को रियायतें दी गई हैं, वे भी इसमें हिस्सा ले सकते हैं।