जनतंत्र डेस्क, जयपुर: राजस्थान के संसदीय कार्यमंत्री शांति धारीवाल ने सदन में बेहद गैर मर्यादित और आपत्तिजनक बयान दिया है। शांति धारीवाल ने राजस्थान को रेप में नंबर वन बताने के साथ उसके कारणों को मर्दांगी से जोड़ दिया। मंत्री धारीवाल ने कहा, ‘रेप के मामले में हम नंबर एक पर है, अब ये रेप के मामले क्यों हैं? कहीं न कहीं गलती है…हंसते हुए आगे कहा, वैसे भी यह राजस्थान तो मर्दों का प्रदेश रहा है यार, उसका क्या करें’? यह कहकर धारीवाल फिर हंसे तो कई मंत्री और कांग्रेस विधायक भी हंसने लगे।
राजस्थान विधानसभा में संवेदनशीलता और दुष्कर्म जैसे गंभीर मुद्दे का मजाक बनता तब नजर आया जब मंत्री जी की शर्मनाक टिप्पणी पर अन्य विधायक और मंत्री हंसते रहे। किसी ने धारीवाल को टोका तक नहीं।
महिला मंत्रियों ने भी नहीं टोका
शांति धारीवाल ने जब रेप के मामले बढ़ने को मर्दों के प्रदेश से जोड़कर बयान दिया तो किसी को गलती का अहसास नहीं हुआ। सरकार के मंत्री और सत्ताधारी पार्टी के विधायक हंसते रहे, किसी ने भी धारीवाल को टोका नहीं। सरकार में तीन-तीन महिला मंत्री भी हैं उन्होंने भी नहीं टोका।
मंत्री धारीवाल बुधवार रात विधानसभा में पुलिस और जेल की अनुदान मांगों पर बहस का जवाब दे रहे थे। इस दौरान धारीवाल ने कहा कि रेप के मामले देखिए आप, रेप और रेप विथ मर्डर के आंकड़े अलग हैं। रेप विथ मर्डर में राजस्थान 11 वें नंबर पर है। रेप विथ मर्डर में UP नंबर वन पर है। MP दो, तीन पर असम, नंबर चार पर महाराष्ट्र, नंबर पांच पर उड़ीसा, नंबर छह पर तेलंगाना, सात पर झारखंड और आठ पर पश्चिम बंगाल हैं। राजस्थान रेप के मामले में नंबर एक पर है, इसमें कोई दो राय नहीं है। नंबर दो पर UP, तीन पर MP, पांच पर असम और नंबर छह पर हरियाणा है। बीजेपी ने इसे लेकर जो गलत फिगर दिए उन्हें सुधार दिया है।
संसदीय कार्य मंत्री ने जिस वक्त यह बयान दिया, उस वक्त सदन में विपक्ष के विधायक मौजूद नहीं थे। धारीवाल के जवाब शुरू होते ही उनकी टिप्पणियों से नाराज होकर बीजेपी विधायक सदन से बहिष्कार कर गए थे। ऐसे में विपक्ष की गैर मौजूदगी में दिए गए बयान पर किसी ने आपत्ति नहीं की। नेताजी के शर्मनाक बयान पर विवाद तो होगा ही।