जनतंत्र डेस्क, नई दिल्ली: गुरुवार को Shri Lanka के राषट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। राजपक्षे ने राष्ट्रपति पद से इस्तीफा सिंगापुर से ईमेल के जरिए दिया है। पीएम ऱानिल विक्रमसिघें को श्रीलंका का राष्ट्रपति नियुक्त किया गया है।
राजपक्षे ने ईमेल के जरिए दिया, इस्तीफा
आपको बटा दें, Shri Lanka में आर्थिक संकट के बीच लोगों की भीड़ ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया था। इससे पहले ही गोटाबाया राजपक्षे अंडरग्राउंड हो गए। बाद में बताया गया कि गोटाबाया भागकर मालदीव पहुंच चुके हैं। लेकिन सियासी बवाल के चलते मालदीव में उन्हें शरण नहीं दी गई, जिसके बाद वो यहां से सिंगापुर रवाना हो गए। सिंगापुर पहुंचने के बाद उन्होंने ई-मेल के जरिए अपना इस्तीफा स्पीकर को भेज दिया था।
पीएम ऱानिल विक्रमसिघें बने राष्ट्रपति
Shri Lanka संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने ने गोटाबाया के इस्तीफे की आधिकारिक घोषणा की। उन्होंने बताया कि गुरुवार रात सिंगापुर में श्रीलंकाई उच्चायोग के जरिए राजपक्षे का इस्तीफा मिल गया था, लेकिन वह सत्यापन प्रक्रिया और कानूनी औपचारिकताओं के बाद आधिकारिक घोषणा करना चाहते थे। अध्यक्ष ने अपने बयान में कहा कि प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे नए नेता के निर्वाचित होने तक राष्ट्रपति का प्रभार संभालेंगे। उन्होंने जनता से निर्वाचन की प्रक्रिया में सभी सांसदों के भाग लेने के लिए शांतिपूर्ण माहौल बनाने का अनुरोध किया।
आर्थिक संकट से झूंझ रहा है Shri Lanka
गौरतलब है कि 2.2 करोड़ की आबादी वाला देश सात दशकों में सबसे खराब आर्थिक संकट से जूझ रहा है, जिसके कारण लोग खाद्य पदार्थ, दवा, ईंधन और अन्य जरूरी वस्तुएं खरीदने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।