Telangana Assembly Election 2023: तेलंगाना विधानसभा चुनाव 2023 की वोटों की गिनती सुबह 8 बजे से ही चल रही है। ऐसे में कांग्रेस की सरकार बनती नजर आ रही है। तेलंगाना की 119 सीटों पर 63 सीट कांग्रेस की तो बीआरएस की 39 सीटों पर जीत है। यहां बाजेपी को महज 6 सीटें मिलती नजर आ रही हैं। बता दें कि तेलंगाना में 30 नंवबर को वोटिंग हुई थी। खैर सवाल ये है कि, यहां बीआरएस की हार के पीछे की वजह क्या है? दरअसल, बीआरएस पार्टी साल 2014 से तेंलगाना में राज करती आ रही है। ऐसे में के चंद्रशेखर राव को इस बात का पूरा भरोसा था कि, फिर से तेलंगाना में सरकार बन सकती है। लेकिन पार्टी के खिलाफ मतदाताओं की नाराजगी ऐसी थी कि, सभी ने कांग्रेस के पक्ष में वोट दिया।
BRS के विधायक रहे हार की वजह
BRS ने साल 2014 में यहां बड़ी जीत हासिल की थी। साल 2018 में भी सरकार बनी थी। लेकिन वहां के विधायक मतदाताओं की उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे और पार्टी ने विधायक 2023 के चुनाव में भी उम्मीदवार नहीं बदले। लेकिन इस बार बीआरएस के ज्यादातर पुराने उम्मीदवार चुनाव हार गए और कांग्रेस को पूरा फायदा मिला। वहां सरकार बनाते नजर आए।
उम्मीद से अधिक उम्मीद
के चंद्रशेखर राव को इस बात की अधिक उम्मीद थी कि, तेलंगाना में उनकी ही सरकार बनेगी। हालांकि उनको सलाह भी दी गई थी कि, पार्टी जब उम्मीदवारों को बदलती है तो 100 से अधिक सीट मिल सकती है।
स्कीमों का उल्टा असर
बीआरएस का मानना था कि, उन्होंने जो वेलफेयर स्कीम शुरु की हैं। उसके कारण सरकार बन सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। स्कीमों से लोग खुश नहीं थे। इसके विपरीत कांग्रेस की स्कीमों को पसंद किया गया।
तेलंगाना में सरकार बदलाव नीति
दरअसल, तेलंगाना में पार्टी में बदलाव स्वाभाविक है। जनता ने 10 साल बीआरएस को मौका दिया। उन्होंने दो बार केसीआर को सीएम बनाया। लेकिन उन्होंने कांग्रेस को इस बार मौका दिया।
बेराजगार युवा दिखे हताश
तेलंगाना राज्य के बेरोजगारी से राज्य के युवा खुश नहीं थे। तो इस बार युवाओं का वोट बीआरएस के खिलाफ जा सकता है।