सामाजिक कार्यकर्ता से Deputy CM Of Delhi तक का सफर
नई दिल्ली : दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री Deputy Cm Of Delhi मनीष सिसोदिया ने अपने करियर की शुरुआत पत्रकारिता से की, उन्होंने साल 1993 में भारतीय विद्या भवन से जर्नलिज्म में डिप्लोमा किया, सिसोदिया ने ‘कबीर’ एनजीओ के जरिए एक्टिविज्म के क्षेत्र में पैर रखा, उन्होंने साल 2011 में जनलोकपाल बिल के लिए लोकप्रिय आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाई, इसके बाद साल 2012 में सिसोदिया के राजनीतिक सफर की आधिकारिक शुरुआत हुई, उन्होंने अरविंद केजरीवाल और अन्य साथियों के साथ मिलकर राजनीतिक दल – आम आदमी पार्टी का गठन किया, साल 2013 दिल्ली विधानसभा चुनाव में सिसोदिया ने भारतीय जनता पार्टी के नकुल भारद्वाज को हराकर विधायक बने, सिसोदिया ने यहां 11478 मतो से जीत हासिल की।
इसके बाद पूर्ण बहुमत न होने की वजह से केजरीवाल ने इस्तीफ दे दिया, सरकार गिर गई, इसके बाद साल 2015 में एक बार फिर मनीष सिसोदिया ने पटपड़गंज विधानसभा से चुनाव में जीत हासिल की.उन्हें केजरीवाल सरकार के कैबिनेट में शामिल किया गया, सरकार में शिक्षा और वित्त विभाग की जिम्मेदारी दी गई,उन्होंने इन पांच सालों में शिक्षा क्षेत्र में बुनियादी बदलाव किए, पांच सालों में दिल्ली के बजट को दोगुना किया, साल 2020 में एक बार फिर मनीष सिसोदिया ने भारतीय जनता पार्टी के रविंद्र सिंह नेगी को 3,207 मतों से हराकर पटपड़गंज विधानसभा से चुनाव में जीत हासिल की।
सामाजिक कार्यकर्ता से दिल्ली के उप मुख्यमंत्री तक का सफर
- नाम : मनीष सिसोदिया
- शिक्षा : डिप्लोमा इन जर्नलिज्म
- कहां से जीते : पटपड़गंज
- किसे हराया : भाजपा के रविंद्र सिंह नेगी को
- कितने मतों से हराया : 3,207
- खास : पिछली सरकार में शिक्षा व वित्त विभाग की जिम्मेदारी
- विभाग की उपलब्धियां :
- शिक्षा क्षेत्र में बुनियादी बदलाव
- पांच सालों में दिल्ली के बजट को दोगुना किया
- विभाग से उम्मीदें :
- शिक्षा क्षेत्र के सुधारों को रफ्तार देना
- माकूल वित्तीय प्रबंधन से सरकार की योजनाओं को अंजाम तक पहुंचाना