नई दिल्ली: Twitter War: योगी आदित्यनाथ और अखिलेश यादव में ज़बरदस्त ट्विटर लड़ाई छिड़ गई है। अखिलेश यादव ने बीजेपी पर अपनी नाकामियों से भागने के लिये विपक्ष की ही बातें करने का आरोप लगाते हुए सोमवार को कहा कि शिक्षामित्रों, शिक्षा प्रेरकों और टीईटी धारकों को ‘चौकीदार’ नहीं बल्कि स्थायी रोजगार चाहिए।’
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Twitter War: जनता खानदानी भ्रष्टाचारियों को उनके कुकर्मों की सजा देगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस पर पलटवार करते हुए कहा कि जनता ‘खानदानी भ्रष्टाचारियों’ को उनके कुकर्मों की सजा देगी।’ अखिलेश ने ट्वीट किया ”विकास पूछा रहा है। बीजेपी अपनी रैलियों में केवल विपक्ष की ही बातें क्यों कर रही है? क्या बीजेपी के पांच साल के शासनकाल में उनकी अपनी कोई भी सकारात्मक उपलब्धि नहीं है?” उन्होंने कहा ”जनता के आक्रोश और हार के डर से बीजेपी के नेता और कार्यकर्ता गर्मी का बहाना करके चुनाव प्रचार से बच रहे हैं।”
दोनों कभी एक दूसरे का नाम नहीं लेते हैं
मामला छह महीनों बाद होने वाले विधानसभा चुनाव का है इसलिए अब एक दूसरे के ख़िलाफ़ बिना नाम लिए ही वार पलटवार होने लगे हैं। सबसे दिलचस्प बात तो ये है कि दोनों कभी एक दूसरे का नाम नहीं लेते हैं। इशारों ही इशारों में सब कुछ कह जाते हैं।
ट्विटर पर एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्विटर पर एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा ”भ्रष्टाचारियों के कुकर्म सामने आ रहे हैं, इन्होंने जनता को लूटा है। माननीय न्यायालय इन खानदानी भ्रष्टाचारियों को उनके कुकर्मों की सजा देगी।” उन्होंने जनता का आह्वान करते हुए यह भी कहा ”इनसे सावधान रहिये, ये जेल जाने से बचने के लिये आपको जाति, धर्म के नाम पर बांटेंगे। चौकीदार के डर से सब चोर इकट्ठे हो गये हैं, लेकिन कब तक बचेंगे?”