Ayodhya में बसाया जाएगा इक्ष्वाकुपुरी
अयोध्या- रामनगरी अयोध्या को त्रेता युग के रूप ढ़ालने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए सरयू नदी के किनारे इक्ष्वाकुपुरी को बसाया जा रहा है। जहां होगा आधुनिकता,वैज्ञानिकता और आध्यात्मिकता का अनोखा संगम।
अयोध्या को वर्ल्ड क्लास टूरिज्म सिटी बनाने की तैयारी
आध्यात्मिक नगरी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। इसके साथ ही अयोध्या के कायाकल्प की तैयारियां भी जोरों-शोरों से शुरू हो गई है। योगी सरकार पूरी तरह से इस कोशिश में जुटी है कि अयोध्या को वर्ल्ड क्लास टूरिज्म सिटी के तौर पर स्थापित किया जाए। इसके लिए अयोध्या में इक्ष्वाकुपुरी को बसाने की योजना प्रस्तावित की गई है। अब आपको बताते हैं इक्ष्वाकुपुरी योजना के अंतर्गत कौन-कौन से विकास कार्य किए जाएंगे।
कैसा होगा ‘इक्ष्वाकुपुरी‘?
बता दें कि इक्ष्वाकुपुरी को त्रेता युग के तर्ज पर बनाया जाएगा। इक्ष्वाकुपुरी के एक तरफ सरयू नदी के किनारे रिवर फ्रंट पर बनेगा। जहां इक्ष्वाकु वंश के राजा मनु से राजा दशरथ के व्यक्तित्व का वर्णन होगा। यहां प्राचीन भारत की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत की झलक दिखेगी। वहीं ऑडियो-विजुअल रूप में दिखेंगे सभी वेद और ग्रंथ। प्रमुख ऋषियों के आश्रम और गुरुकुल बनेंगे। शोध के लिए वैदिक रिसर्च सेंटर बनाया जाएगा। इसके साथ ही हर एक राज्य को गेस्ट हाउस बनाने के लिए जमीन आवंटित होगी।
योगी सरकार कर रही है भगवान श्रीराम का सपना पूरा
माना जा रहा है कि योगी सरकार अयोध्या के कायाकल्प के साथ इक्ष्वाकुपुरी के रूप में भगवान श्रीराम की अयोध्या का सपना पूरा कर रही है। सरयू के तट पर बने इक्ष्वाकुपुरी में आधुनिकता, वैज्ञानिकता और आध्यात्मिकता का अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। योगी सरकार को पूरी उम्मीद है इस परियोजना से अयोध्या को वर्ल्ड क्लास टूरिजम सिटी बनाने में मदद मिलेगी।