Ram Mandir Trust में होंगे 15 ट्रस्टी, एक सदस्य होगा दलित
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या में राम मंदिर (Ram Mandir) निर्माण को लेकर ट्रस्ट बनाने का ऐलान के बाद गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने बताया कि इस Ram Mandir Trust में 15 ट्रस्टी होंगे जिसमें एक दलित समाज का सदस्य होगा, इसके कुछ वक्त बाद ट्रस्ट से जुड़े 15 सदस्यों के बारे में जानकारी सामने आई।
Ram Mandir Trust में 10 स्थायी सदस्य को होगा वोटिंग का अधिकार
अयोध्या विवाद में हिंदू पक्ष के मुख्य वकील रहे 92 वर्षीय के परासरन को राम मंदिर ट्रस्ट में ट्रस्टी बनाया गया है, परासरन के अलावा इस Ram Mandir Trust में एक शंकराचार्य समेत पांच सदस्य धर्मगुरु ट्रस्ट में शामिल हैं, साथ ही अयोध्या के पूर्व शाही परिवार के राजा विमलेंद्र प्रताप मिश्रा, अयोध्या Ayodhya के ही होम्योपैथी डॉक्टर अनिल मिश्रा और कलेक्टर को ट्रस्टी बनाया गया है, पहले जानकारी सामने आई थी कि चार शंकराचार्यों को इस Ram Mandir Trust में शामिल किया जाएगा, लेकिन सरकार ने ट्रस्ट में सिर्फ प्रयागराज के ज्योतिष पीठाधीश्वर स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज को शामिल किया गया है, इसके अलावा ट्रस्ट में निर्मोही अखाड़े को भी जगह दी गई है, लेकिन अखाड़े के महंत दिनेंद्र दास को ट्रस्ट की मीटिंग में वोटिंग का अधिकार नहीं होगा, ट्रस्ट के नियमों के मुताबिक, इसमें 10 स्थायी सदस्य हैं, जिन्हें वोटिंग का अधिकार होगा, बाकी के पांच सदस्यों को वोटिंग का अधिकार नहीं है, सभी सदस्यों के हिंदू होने की अनिवार्यता भी रखी गई है,
- राम मंदिर ट्रस्ट के 15 सदस्यों के नाम का ऐलान
- नौ स्थायी, एक दलित समेत सभी 15 सदस्यों का हिंदू होना अनिवार्य
- ट्रस्ट में 10 स्थायी सदस्य को होगा वोटिंग का अधिकार
- ट्रस्ट में वकील के. पराशरण, महंत दिनेंद्र दास को जगह
- अयोध्या राज परिवार के बिमलेंद्र मोहन प्रताप को जगह