नई दिल्ली : NOIDA AIRPORT : दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का कनेक्टिविटी देने का रास्ता साफ हो गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने सड़क बनाने के लिए अधिगृहीत होने वाली ज़मीन पर आने वाले खर्च को बराबर-बराबर वहन करने पर सहमति दे दी है। सड़क से नोएडा एयरपोर्ट को होने वाले फायदे को देखते हुए हरियाणा ने यह प्रस्ताव रखा था। गौतमबुद्ध नगर के जेवर में पाँच हज़ार हेक्टेयर के क्षेत्र में पाँच रनवे के साथ यह एयरपोर्ट चीन के बाद एशिया का दूसरा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा। एयरपोर्ट पाँच चरण में बनेगा। पहले चरण में 1334 हेक्टेयर में दो रनवे बनाए जाएँगे। बता दें कि इसी महीने प्रधानमंत्री मोदी एयरपोर्ट का शिलान्यास करने वाले हैं।
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NOIDA AIRPORT : हरियाणा ने रखी थी शर्त
आपको बतो दें कि राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) इस सड़क का निर्माण करने के लिए पहले ही सहमति दे चुका है। 31 किलोमीटर की इस सड़क का 24 किलोमीटर हिस्सा हरियाणा व शेष सात किलोमीटर हिस्सा उत्तर प्रदेश में है। अधिकारियों के मुताबिक हरियाणा ने शर्त रखी थी कि ज़मीन अधिग्रहण पर आने वाले खर्च को दोनों राज्य बराबर वहन करेंगे। बता दें कि उत्तर प्रदेश सरकार ने इसे स्वीकृती दे दी है। बल्लभगढ़ में दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से शुरू होकर सड़क नोएडा एयरपोर्ट तक बनेगी। इससे दोनों ही राज्यों के लोगों को फायदा होगा।
IGI के बाद दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
गौरतलब है कि दिल्ली-एनसीआर में इंदिरा गाँधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बाद नोएडा एयरपोर्ट दूसरा इंटरनेशनल एयरपोर्ट है। दोनों एयरपोर्ट के बीच यात्रियों की आवाजाही को देखते हुए कनेक्टिविटी पर बहुत जोर दिया जा रहा है। दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे से नोएडा एयरपोर्ट के बीच सड़क बनने से दोनों एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी हो जाएगी। NHAI IGI एयरपोर्ट से लेकर एक्सप्रेसवे तक सड़क बना रहा है। दोनों एयरपोर्ट के बीच करीब 123 किलोमीटर दूरी होगी।