Sewer Cleaning : अब दम घुटने से नहीं होगी किसी सफाईकर्मी की मौत
नई दिल्ली : हिंदुस्तान ने हर क्षेत्र में चाहे जितनी तरक्की कर ली हो, लेकिन जब Sewer Cleaning की बात आती है, तो बदबूदार नालों में इंसानों को बिना मास्क, बिना ऑक्सीजन के यूं ही उतार दिया जाता है, जिसके नतीजे के तौर पर आए दिन नाले में दम घुटने से सफाईकर्मियों की मौत की खबरें सामने आती रहती हैं। लेकिन अब इस दिशा में सुधार लाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। सीवर की सफाई के लिए दूसरे ऑप्शन की तलाश में मेनहोल की सफाई के लिए रोबोट का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिसकी टेस्टिंग काफी हद तक सफल भी मानी जा रही है।
रोबोट से होगा Sewer Cleaning
तमिलनाडु सरकार ने फिलहाल इस रोबोट का इस्तेमाल कोयंबटूर में करना शुरू कर दिया है। कोयंबटूर सिटी कॉर्पोरेशन के मुताबिक ये रोबोट आसानी से मेनहोल की सफाई कर देता है। इसमें लगे हुक में सीवर का सारा कूड़ा इकट्ठा हो जाता है। जिसे आसानी से बाहर निकाला जा सकता है। ऐसे रोबोट के इस्तेमाल के बाद किसी व्यक्ति को मेनहोल के अंदर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी, लेकिन अब भी इस रोबोट में कई दिक्कते हैं, जिन्हें दूर करने की कोशिश जारी है।
हर साल Sewer Cleaning में दम घुटने से सैंकड़ों सफाई कर्मियों की हो जाती है मौत
आपको बता दें कि हर साल सीवर में दम घुटने से सैंकड़ों सफाईकर्मियों की मौत हो जाती है, जिसको देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने भी चिंता जाहिर की थी। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि मनुष्य के साथ इस तरह का व्यवहार अमानवीय है। इस हालात में बदलाव होना चाहिए। कोर्ट ने कहा था कि आखिर हाथ से मैला साफ करने और सीवर के नाले या मेनहोल की सफाई करने वालों को मास्क और ऑक्सीजन सिलेंडर जैसे सुरक्षा उपकरण क्यों नहीं मुहैया कराए जाते हैं? सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को मानते हुए तमिलनाडु सरकार ने सफाई रोबोट बनाकर उसे सीवर साफ करने के काम पर लगा दिया है। ठीक ऐसे ही रोबोट का इस्तेमाल पूरे देश में किया जाना चाहिए ताकि अगली बार कोई भी सफाईकर्मी मेनहोल के अंदर दम ना तोड़े।