Donald Trump on NATO: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 24 जून, 2025 को नीदरलैंड के हेग में आयोजित नाटो शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पहुंचे। यह सम्मेलन 24-25 जून, 2025 को वर्ल्ड फोरम, हेग में हो रहा है, जो नीदरलैंड में पहली बार आयोजित नाटो समिट है। ट्रंप इस दौरान नाटो के 32 सदस्य देशों के नेताओं के साथ रक्षा खर्च को बढ़ाकर 5% जीडीपी तक करने के अपने प्रमुख एजेंडे पर जोर देंगे। इसके अलावा, यूक्रेन युद्ध और मध्य पूर्व में तनाव, विशेष रूप से हाल के अमेरिकी हमलों के बाद ईरान के साथ स्थिति, भी चर्चा के प्रमुख विषय रहेंगे।
नीदरलैंड के हेग पहुंचे ट्रंप
सम्मेलन का माहौल तनावपूर्ण है, क्योंकि ट्रंप ने नाटो के सामूहिक रक्षा सिद्धांत, आर्टिकल 5, पर अस्पष्ट बयान दिए हैं, जिससे सहयोगी देशों में चिंता बढ़ी है। साथ ही, यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की की भूमिका को इस बार कम किया गया है, जो ट्रंप के साथ उनके तनावपूर्ण संबंधों को दर्शाता है।
नाटो महासचिव मार्क रूटे, जो इस समिट की अध्यक्षता कर रहे हैं, ने ट्रंप की प्रशंसा की और रक्षा खर्च बढ़ाने के लिए उनकी भूमिका को सराहा। समिट का मुख्य लक्ष्य एक संक्षिप्त बयान के साथ एकजुटता दिखाना और रूस जैसे खतरों के खिलाफ रक्षा प्रतिबद्धताओं को मजबूत करना है।
नाटो क्या है?
नाटो (NATO – North Atlantic Treaty Organization) एक सैन्य गठबंधन है जिसमें 32 देश शामिल हैं। ये देश मुख्य रूप से उत्तरी अमेरिका और यूरोप से हैं। नाटो की स्थापना 4 अप्रैल 1949 को हुई थी, जिसमें 12 संस्थापक देश शामिल थे। हाल के वर्षों में फिनलैंड (2023) और स्वीडन (2024) नाटो में शामिल हुए, जिससे गठबंधन का विस्तार हुआ।