नई दिल्ली: Uttarakhand of New Governor: उत्तराखंड के नए राज्यपाल बने लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह का आज शपथ ग्रहण समारोह संपन्न हुआ। गुरमीत सिंह राज्य के आठवें राज्यपाल है। गुरमीत सिंह को सैन्य पृष्ठभूमि वाले पहले उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से बाखूबी वाकिफ हैं। सेना में सेवा के दौरान वह चंपावत के बनबसा में तैनात रहे।
देहरादून से बाखूबी वाकिफ है गुरमीत
बता दें, शपथ ग्रहण समारोह के दौरान गुरमीत सिंह ने कहा कि ‘देवभूमि तभी बुलाती है जब आपके सिर पर ईश्वर का आशीर्वाद हो और सृष्टि का वरदान साथ हो। यह सौभाग्य है कि उन्हें सैनिकों, संतों और विद्वानों की भूमि पर सेवा करने का अवसर प्राप्त हो रहा है। गुरमीत राज्य के आठवें और सैन्य पृष्ठभूमि वाले पहले राज्यपाल गुरमीत सिंह है। वे उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से बाखूबी वाकिफ हैं। उन्होंने भारतीय सैन्य अकादमी में प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है। सेना में सेवा के दौरान वह चंपावत के बनबसा में तैनात रहे। वह कहते हैं, 1996 से 1999 तक मैं बनबसा में रहा। यानी राज्य के पर्वतीय परिवेश की भी उन्हें जानकारी है।
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गुरमीत के भाषण में नज़र आया देवभूमि के प्रति सम्मान
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह के शपथ समारोह और उनके बोल में उत्तराखंड के प्रति उनका सम्मान साफ नज़र आया। अपने भाषण में वे कहते हैं गुरू गोविंद सिंह जी का स्वरूप सैनिक, संत और विद्वान का था। उत्तराखंड सैनिकों, संतों और विद्वानों की भूमि है। यहां सैनिक भी हैं, संत भी हैं और विद्वान भी हैं। ऐसी सैन्य और देवभूमि में सेवा का अवसर मिलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। साथ ही अपनी प्राथमिकताओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि इन्हें वह शपथ लेने के बाद ही साझा करेंगे।