हाल ही में देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo ने ऐसे यात्रियों के लिए ₹10,000 का ट्रैवल वाउचर देने की घोषणा की है जो 3 से 5 दिसंबर 2025 के बीच एयरलाइंस के विमान रद्द होने या भारी देरी की वजह से एयरपोर्ट पर कई घंटों तक फंसे रहे और गंभीर रूप से प्रभावित हुए थे। एयरलाइन ने इस घोषणा को एक तरह से प्रभावित यात्रियों के लिए राहत उपाय और खुद का ब्रांड विश्वास बहाल करने का प्रयास बताया है ताकि वे भविष्य में भी IndiGo के साथ यात्रा करने के लिए प्रेरित हों।
IndiGo ने कहा है कि यह ₹10,000 यात्रा वाउचर उन यात्रियों को मिलेगा जिन्होंने जिस दिन यात्रा की थी, वहां लंबे समय तक बिना सुविधा के एयरपोर्ट पर इंतजार किया, भीड़भाड़ का सामना किया और जिन्हें सामान्य सेवाओं से ज्यादा परेशानी उठानी पड़ी। वाउचर को किसी भी IndiGo उड़ान के लिए अगले 12 महीनों तक उपयोग किया जा सकता है, यानी यह वाउचर टिकट खरीदने पर छूट के रूप में काम करेगा। यह वाउचर सरकारी नियमों के तहत मिलने वाली अन्य मुआवज़े से अलग है। DGCA यानी नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के दिशानिर्देशों के हिसाब से अगर किसी फ्लाइट को प्रस्थान से 24 घंटे के भीतर रद्द किया जाता है, तो एयरलाइन को यात्रियों को ₹5,000 से ₹10,000 तक कैश मुआवज़ा देना होता है। IndiGo पहले से इस नियम के तहत दे रही है, लेकिन यह ट्रैवल वाउचर उसके ऊपर अतिरिक्त है। यानी यही ₹10,000 वाउचर डिफ़ॉल्ट कानूनी मुआवज़ा नहीं है, बल्कि एक सहायता पैकेज है।
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अब कहीं बात गणित (Math) सुर्खियों में इसलिए आ रही है कि कई यात्रियों का मानना है कि airline ने यह वाउचर प्रभावित यात्रियों को मुआवज़े के रूप में दिया है, लेकिन वे स्पष्ट नहीं कर रहे हैं कि वाउचर किस आधार पर और किसे मिलेगा। IndiGo ने यह नहीं बताया कि “सेवियर्स इम्पैक्टेड” का मतलब क्या है और ऐसे यात्रियों की पहचान कैसे की जाएगी। इसका सीधा असर यह होता है कि यात्रियों को यह समझना मुश्किल हो रहा है कि उन्हें ₹10,000 कैश मिलेगा या सिर्फ़ वाउचर मिलेगा, और अगर वाउचर मिलता है तो उसे उपयोग करने में क्या प्रतिबंध होंगे।
IndiGo ने अपने बयान में यह भी कहा है कि उसने पहले ही रद्द टिकटों के रिफंड की प्रक्रिया शुरू कर दी है और प्रभावित यात्रियों के अकाउंट में पैसे जमा किए जा रहे हैं। कोई भी रिफंड न मिलने पर यात्रियों से आग्रह किया गया है कि वे कस्टमर केयर को लिखें। ऐसे यात्रियों को ₹10,000 का वाउचर भी मिलेगा अगर वे उस “खराब अनुभव” की श्रेणी में आते हैं जिसे एयरलाइन ने स्वीकार किया है।वाउचर का उद्देश्य यह भी है कि एयरलाइन अपने ऊपर लगे नियमन और आलोचना के दबाव से बाहर आए। पिछले कुछ दिनों में IndiGo के ऑपरेशनल विफलता के कारण यात्रियों ने भारी भीड़, उड़ानों में देरी, रद्दीकरण और कन्फ्यूज़न का सामना किया — कुछ मामलों में यात्रियों को घंटों लाइन में लगा रहना पड़ा और सामान लेन-देन में भी कठिनाइयाँ आईं।
कब तक वैलिड रहेगा वाउचर?
इन ट्रैवल वाउचर का इस्तेमाल अगले 12 महीनों तक इंडिगो की किसी भी यात्रा के लिए किया जा सकता है. यह मुआवजा मौजूदा सरकारी गाइडलाइंस के तहत कमिटमेंट के अलावा है, जिसके अनुसार इंडिगो उन कस्टमर्स को फ्लाइट के ब्लॉक टाइम के आधार पर INR 5000 से 10,000 तक का मुआवजा देगा, जिनकी फ्लाइट डिपार्चर टाइम के 24 घंटे के अंदर कैंसिल हो गई थी. एयरलाइन ने कहा कि हम आपको वह अनुभव देने के लिए कमिटेड हैं जिसकी आप हमसे उम्मीद करते हैं.
हालाँकि कई यात्रियों का कहना है कि ₹10,000 का वाउचर वास्तविक परेशानियों का पर्याप्त समाधान नहीं है, खासकर जब उन्हें घंटों इंतजार करना पड़ा, होटल खर्चा उठाना पड़ा या काम छूटना पड़ा। इसका असर यह भी पड़ा कि कुछ लोग इसे प्रचारात्मक ऑफ़र मान रहे हैं न कि वास्तविक मुआवज़ा। विमानन विशेषज्ञों का भी मानना है कि वाउचर यात्रियों को वापस उड़ान भरने के लिए प्रेरित कर सकता है, लेकिन वास्तविक समस्या का समाधान — जैसे एयरलाइंस का भरोसेमंद संचालन — वह कई यात्रियों तक अभी भी नहीं पहुंचा है।













