जैकलीन फर्नांडीज़ और सुकेश चंद्रशेखर का मामला हाल के वर्षों में सबसे हाई-प्रोफाइल मनी लॉन्ड्रिंग केस के तौर पर सामने आया है। यह पूरा मामला लगभग 200 करोड़ रुपये की ठगी से जुड़ा है, जिसमें सुकेश पर बड़े राजनेताओं, कारोबारियों और मशहूर हस्तियों से पैसे वसूलने का आरोप है। फिलहाल सुकेश जेल में है और इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) तथा दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (EOW) कर रही है।
इस जांच के दौरान बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज़ का नाम भी सामने आया। रिपोर्ट्स के अनुसार सुकेश ने उन्हें महंगे तोहफ़े दिए थे, जिनमें लग्जरी कारें, डायमंड जूलरी, ब्रांडेड बैग, कपड़े, पालतू घोड़े और बिल्लियां तक शामिल थीं। ईडी का आरोप है कि ये सभी तोहफ़े ठगी से हासिल किए गए पैसों से खरीदे गए थे।
ईडी ने जैकलीन को कई बार पूछताछ के लिए बुलाया और उन पर आरोप लगाया कि वह इस घोटाले में “लाभार्थी” (beneficiary) रही हैं। एजेंसी ने उनकी कुछ संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त भी किया। हालांकि, जैकलीन का कहना है कि वह खुद भी धोखे का शिकार हुईं और सुकेश ने उन्हें गुमराह करके यह रिश्ता कायम किया।
2022 में ईडी ने चार्जशीट में जैकलीन का नाम शामिल किया और तब से मामला कोर्ट में चल रहा है। 2025 में दिल्ली हाई कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी, जिसमें उन्होंने केस रद्द करने की मांग की थी। हाई कोर्ट का कहना था कि इस स्तर पर केस खत्म नहीं किया जा सकता और सच-झूठ का फैसला ट्रायल में ही होगा। फिलहाल जैकलीन को जमानत मिली हुई है और उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में राहत की गुहार लगाई है।
इस केस का असर जैकलीन के करियर पर साफ दिखा। उन्हें कई बार एयरपोर्ट पर रोका गया, विदेश यात्राओं पर रोक लगी और सोशल मीडिया पर काफी आलोचना झेलनी पड़ी। हालांकि, वह अभी भी फिल्मों और इवेंट्स में सक्रिय हैं और कानूनी लड़ाई जारी है। सुकेश वहीं से बयान जारी कर खुद को निर्दोष बताने की कोशिश करता रहता है।
दिल्ली हाई कोर्ट के उस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।
जिसमें उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने से इनकार कर दिया गया था। यह मामला प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच से जुड़ा है और इसमें मुख्य आरोपी सुकेश चंद्रशेखर है, जो फिलहाल जेल में है।
दिल्ली हाई कोर्ट ने जैकलीन की याचिका खारिज करते हुए कहा था कि निचली अदालत ने उनके खिलाफ प्रथम दृष्टया (prima facie) मामला पाया है। अदालत का कहना था कि इस स्तर पर केस को समाप्त नहीं किया जा सकता, क्योंकि ट्रायल के दौरान ही यह साबित होगा कि आरोप कितने सही या गलत हैं। इसके चलते अभिनेत्री को अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा।
सुप्रीम कोर्ट में जैकलीन की याचिका पर सोमवार, 22 सितंबर को सुनवाई होगी। अभिनेत्री का तर्क है कि इस मुकदमे में लंबा समय लगेगा और उन्हें अनावश्यक रूप से इसमें उलझाए रखा गया है। उन्होंने कोर्ट से गुहार लगाई है कि उन्हें इस मामले से मुक्त कर दिया जाए।
ईडी का आरोप है कि जैकलीन ने सुकेश चंद्रशेखर से महंगे तोहफ़े स्वीकार किए, जो कथित तौर पर ठगी से कमाए गए पैसों से खरीदे गए थे। इनमें लग्जरी कारें, महंगी जूलरी और डिजाइनर बैग शामिल हैं। हालांकि, जैकलीन का कहना है कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि उपहार अपराध से जुड़े पैसों से खरीदे गए थे।
इस मामले का असर जैकलीन के करियर पर भी पड़ा है। उन्हें कई बार एयरपोर्ट पर रोका गया, विदेश यात्रा पर पाबंदी लगी और सोशल मीडिया पर आलोचना झेलनी पड़ी। अब सबकी निगाहें सुप्रीम कोर्ट पर टिकी हैं, जहां यह तय होगा कि उन्हें कोई राहत मिलती है या ट्रायल की कार्यवाही जारी रहेगी।