संसद में नेता प्रतिपक्ष सांसद राहुल गाँधी (Rahul Gandhi) ने मंगलवार को ऑपरेशन सिंदूर,आतंकवाद जैसे कई मुद्दों पर सरकार को जमकर घेरा, कई सवाल भी उठाए और सरकार का जमकर विरोध किया। उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले से लेकर जनरल मुनीर का डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के साथ लंच जैसे मुद्दे पर सरकार से सवाल किए। साथ ही उन्होंने कहा, “एक क्रूर हमला (पहलगाम), निर्दयी हमला जो स्पष्ट रूप से पाकिस्तानी सरकार द्वारा आयोजित और षडयंत्र किया गया था जिसमें युवाओं और वृद्धों की निर्मम हत्या कर दी गई जिसके बाद इस सदन के प्रत्येक व्यक्ति ने एक जुट होकर पाकिस्तान की घोर निंदा की है।”
‘हम सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़े रहे’
राहुल गांधी ने कहा कि जैसे ही ऑपरेशन सिंदूर ( OperationSindoor) की शुरूआत हुई बल्कि अगर देखे तो शुरू होने से पहले ही विपक्ष के सभी दलों ने प्रतिबद्धता जताई कि हम सेना और भारत की निर्वाचित सरकार के साथ चट्टान की तरह खड़े रहेंगे। हमने उनके कुछ नेताओं की व्यंग्यात्मक टिप्पणियां भी सुनीं लेकिन हमने कुछ नहीं कहा। यह एक ऐसी बात थी,जिस पर इंडिया गठबंधन के सभी वरिष्ठ नेतृत्व सहमत थे। हमें बहुत गर्व है कि एक विपक्ष के रूप में हम एकजुट रहे, जैसा कि हमें होना चाहिए था।”
राहुल गांधी ने 1971 का किया ज्रिक
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि यहां दो शब्द हैं – ‘पॉलिटिकल विल’ और ‘फ्रीडम ऑफ ऑपरेशन’। अगर आप भारतीय सशस्त्र बलों का प्रयोग करना चाहते हैं, तो आपके पास 100% पॉलिटिकल विल होनी चाहिए और आपको पूरी तरह से फ्रीडम ऑफ ऑपरेशन देना पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा “…कल मैंने राजनाथ सिंह का भाषण सुना। राजनाथ सिंह ने 1971 और ऑपरेशन सिंदूर की तुलना की। मैं उन्हें याद दिलाना चाहूंगा कि 1971 में राजनीतिक इच्छाशक्ति थी।
‘दम है तो पीएम बोलें ट्रंप झूठ बोल रहे’
इंदिरा गांधी के 50 फीसदी भी होंगे तो प्रधानमंत्री जी बोल देंगे कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप झूठे हैं। ट्रंप ने 29 बार कहा कि हमने सीजफायर करवाया लेकिन प्रधानमंत्री ने एक बार भी खंडन नहीं किया। सिर्फ अमेरिका ही नहीं, बल्कि हर देश ने पाकिस्तान की निंदा का एक शब्द भी न कहकर अपना रुख साफ कर दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी देश ने पाकिस्तान की निंदा नहीं की, सबने सिर्फ आतंकवाद की निंदा की। उन्होंने कहा, ‘किसी भी देश ने पाकिस्तान की निंदा नहीं की, सिर्फ आतंकवाद की निंदा की. इससे इन लोगों की मानसिकता का पता चलता है।”
हमारे विदेश मंत्री किस ग्रह से हैं?’
‘जब हमारा प्रतिनिधिमंडल दुनिया को यह बता रहा है कि पाकिस्तान आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा है, तब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप असीम मुनीर के साथ लंच कर रहे हैं. हमारे विदेश मंत्री किस ग्रह से हैं?’उन्होंने आगे कहा, ‘पहलगाम के पीछे असीम मुनीर का दिमाग है और वह ट्रंप के साथ दोपहर का भोजन कर रहे हैं। ट्रंप ने सभी प्रोटोकॉल तोड़ दिए हैं और उस व्यक्ति को आमंत्रित किया, जिसने भारत में आतंकवाद को अंजाम दिया है।
‘सरकार ने 30 मिनट में ही कर दिया था सरेंडर’
राहुल गांधी ने कहा कि आइए अब हम ऑपरेशन सिंदूर पर आते हैं। कल मैंने राजनाथ सिंह का भाषण देखा। जब लोग बोलते हैं तो मैं काफी ध्यान से सुनता हूं। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर सुबह 1.05 बजे शुरू हुआ। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर 22 मिनट तक चला। फिर उन्होंने सबसे चौंकाने वाली बात कही – 1.35 पर, हमने पाकिस्तान को फोन किया और उन्हें बताया कि हमने गैर-सैन्य लक्ष्यों को निशाना बनाया है और हम मिलिट्री टारगेट नहीं मारेंगे। शायद वह समझ नहीं पाए कि उन्होंने क्या खुलासा किया। भारत के डीजीएमओ (DGMO) को भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर वाली रात 1.35 बजे ही युद्धविराम के लिए कह दिया था। इसके जरिए आपने सीधे पाकिस्तान को अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति बता दी कि आपके पास लड़ने की राजनीतिक इच्छाशक्ति नहीं है, कि आप लड़ना नहीं चाहते हैं।
‘हम चीन और पाक से एक साथ लड़ रहे’
राहुल गांधी ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा‘यही कारण है कि कल अपनी पूरी चर्चा में रक्षा मंत्री ने एक बार भी चीन शब्द का इस्तेमाल नहीं किया। इसका मतलब है कि वह डरे हुए हैं। हम चीन-पाकिस्तान के गठजोड़ का सामना कर रहे हैं और यह ख़तरनाक समय है।’