मदरसे में क्या हिंदू बच्चों का ब्रेन वाश किया जा रहा है?…क्या मध्य प्रदेश के मदरसों में हिंदू बच्चों के धर्मांतरण की तैयारी की जा रही है,क्या धर्मांतरण की कोई बड़ी साजिश रची जा रही है? ये सभी सवाल उठे है एक शिकायत के बाद,जब राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग के पास ये सिकायत पहुंचती है,जिसमें कहा गया है कि मुरैना और शिवपुरी इलाके में 500 से ज्यादा बच्चों को कुरान पढ़ाकर धर्मांतरण कराया जा रहा है.जिस पर संज्ञान लेकर आयोग ने प्रमुख सचिव स्कूल शिक्षा से 15 दिन में जवाब मांगा है.साथ ही ये सवाल पूछा है कि आखिर मध्य प्रदेश के गैर मुस्लिम बच्चे बिना मंजूरी कुरान क्यों पढ़ रहे हैं,इस पर NCPCR के अध्यक्ष प्रियांक कानूनगो ने भी सवाल उठाया ,आयोग के पास पहुंची शिकायत में आरोप लगाया गया है कि प्रदेश के 27 मदरसों में 556 हिंदू बच्चों को धर्मांतरण के लिए निशाना बनाया जा रहा है…शिकायतकर्ता ने इस मामले में FIR दर्ज करने की मांग की है |
NHRC की पीठ ने, जिसकी अध्यक्षता आयोग के सदस्य प्रियंक कानूनगो कर रहे हैं, मामले का संज्ञान लेते हुए प्रमुख सचिव से 15 दिन के भीतर जवाब प्रस्तुत करने को कहा है…आयोग ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया है कि मदरसे शिक्षा के अधिकार अधिनियम के दायरे से बाहर हैं, और ऐसे में हिंदू बच्चों को वहां प्रवेश कैसे और क्यों दिया जाता है, यह समझ से परे है |
कि प्रियंक कानूनगो ने मदरसों में इस तरह से हिन्दू बच्चों को इस्लामिक तालीम देना अवैध और पाप बताया उन्होने कहा कि मदरसा का काम मज़हबी तालीम देना है…मदरसा स्कूल नहीं है…मदरसा चलाना मुल्ला- मौलानाओं का काम है यह सरकार का काम नहीं है |
26 सितंबर को मिली थी शिकायत
राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग को 26 सितंबर को एक शिकायत प्राप्त हुई थी…इस शिकायत में मध्य प्रदेश के मदरसों में हिंदू बच्चों के धर्मांतरण का एक रैकेट चलने का आरोप लगाया गया है…शिकायतकर्ता ने इस मामले की गंभीरता पर जोर दिया है…शिकायत में ये दावा किया गया है कि मध्य प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में स्थित कुल 27 मदरसे इस कथित रैकेट में शामिल हैं…इन मदरसों में 556 हिंदू बच्चों को निशाना बनाया जा रहा है…यह संख्या शिकायत में विशेष रूप से उल्लिखित की गई है |
लिहाजा मदरसों में अगर हिंदू बच्चों के साथ ये साजिश की जा रही है तो मामला गंभीर है…कई सवाल ऐसे है जिनके जवाब तलाशने अभी बाकि है…फिलहाल कार्रवाई चल रही है |