सोमवार, 18 अगस्त 2025 को संसद के दोनों सदनों में हंगामा जारी रहा। इस हंगामे के बीच लोकसभा में दो महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए गए। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने जनविश्वास (संशोधन) विधेयक 2025 पेश किया, जिसे तुरंत सेलेक्ट कमेटी को भेज दिया गया। इसके अलावा, शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट (संशोधन) विधेयक 2025 पेश किया।
दरअसल लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों ने बिहार वोटर लिस्ट रिवीजन के मुद्दे पर हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल के 18 मिनट बाद ही सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। दोपहर 12 बजे कार्यवाही दोबारा शुरू हुई, तब डिप्टी स्पीकर पैनल की संध्या राय ने आसन संभाला। विपक्ष के हंगामे के बावजूद उन्होंने सूचीबद्ध कार्यवाही को आगे बढ़ाया, जिसके तहत ये विधेयक पेश किए गए।
उन्होंने यह बिल पेश करते हुए कहा कि विधेयक में कुछ अपराधों को अपराध की श्रेणी से बाहर कर युक्तिसंगत बनाने के लिए कुछ अधिनियमों में संशोधन किया जाना है. इससे जीवन और व्यापार को और बेहतर बनाया जा सकेगा। वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने यह बिल पेश करने के बाद इसे सलेक्ट कमेटी को भेजने का प्रस्ताव भी रखा।