नई दिल्ली: उन्नाव रेप केस मामले में अब पीड़ित परिवार ने एक्सिडेंट को लेकर विरोध करना करना शुरू कर दिया है। दुष्कर्म पीड़िता के परिजन लखनऊ के केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर के बाहर धरने पर बैठ गए हैं। उन्होंने कार एक्सीडेंट में मारी गई रेप पीड़िता की चाची का अंतिम संस्कार करने से भी मना कर दिया है।
धरने पर बैठे परिजनों ने मांग की है कि पीड़िता के चाचा को पैरेल दी जाए। परिजनों का कहना है कि जब तक पीड़िता के चाचा को पैरोल नहीं मिलती है, तब तक अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। सड़क हादसे में पीड़िता की चाची की मौत के बाद परिजनों ने विरोध प्रदर्शन किया है।
इस मामले पर योगी आदित्यनाथ सरकार का कहना है कि अगर पीड़ित परिवार राय बरेली सड़क हादसे की सीबीआई जांच चाहता है तो वह तैयार हैं। बता दें कि रविवार को रायबरेली जाते वक्त रेप पीड़िता की कार का ट्रक से एक्सिडेंट हो गया था। इस एक्सिडेंट में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई थी। वहीं, रेप पीड़िता और वकील गंभीर रूप से घायल हो गए थे। दोनों का इलाज चल रहा है। पीड़िता दुर्घटना के बाद से लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर हैं और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।