नई दिल्ली : मंगलवार सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने देश को सम्बोधित किया, जिसमें उन्होंने कोरोना के चलते लॉकडाउन (India Lockdown) की तारिख को बढ़ाया है. यानि अब देश में दुबारा लॉकडाउन (Lockdown 2.0) लग गया है. पीएम मोदी ने अपने सम्बोधन में जनता को बताया कि 14 अप्रैल को खत्म होने वाला 21 दिन का देशव्यापी लॉकडाउन अब 3 मई तक जारी रहेगा. हालाँकि, इस बात का अनुमान पहले से लगाया जा रहा था कि लॉकडाउन को 30 अप्रैल या 1 मई तक बढ़ाया जा सकता है. लेकिन जब पीएम मोदी ने इसे 3 मई तक बढ़ाया तो सभी लोग आश्चर्य में पड़ गए की आखिर 3 मई तक क्यों ? आइये आपको बताते हैं कि क्या वजह है 3 मई तक लॉकडाउन को बढ़ाने की.
Lockdown 2.0 : 3 मई तक बढ़ाने की क्या है वजह ?
लॉकडाउन 2.0 की आखिरी तारिख आने से पहले सभी लोग तरह-तरह के कयास लगा रहे थे. हर कोई कह रहा था की सरकार सिर्फ 2 हफ्ते के लिए लॉकडाउन का एक्सटेंशन करेगी. लेकिन पीएम मोदी ने लॉकडाउन 2.0 को 3 मई तक बढ़ाया है. जानकारों की मानें तो ऐसा करने की वजह ये है की 1 मई को सार्वजानिक अवकाश होता है, 2 मई को शनिवार है और 3 को रविवार. ऐसे में अगर देशवासी सोमवार से अपने-अपने काम पर लौटेंगे तो ये बेहतर होगा. ऐसा करने की एक और वजह यह भी है की इन तीन दिनों की छुट्टी में लोग अपने-अपने घरों से निकल कर घूमने-फिरने के लिए जा सकते हैं. जिसकी वजह से परिस्थिति फिर से हाथ से ना निकल जाये.
पीएम के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सभी मुख्यमंत्रियों ने दी थी सहमति
लॉकडाउन 2.0 यानि की कर्फ्यू के एक्सटेंशन को सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने सहमति दी थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हुई कॉन्फ्रेंस में करीब 11 मुख्यमंत्रियों ने लॉकडाउन को बढ़ाने के सुझाव पर सहमति दी थी. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ख़त्म होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल और कर्नाटक के मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने जनता को बता दिया था की केंद्र सरकार देशभर में लॉकडाउन को बढ़ा सकती है और ये अच्छा फैसला होगा.
बता दें की प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी के ऐलान से काफी पहले ही बहुत सी राज्य सरकारों ने अपने-अपने राज्यों में लॉकडाउन घोषित कर दिया था. इसकी शुरुआत सबसे पहले पंजाब और ओडिशा ने की जिसके बाद पश्चिम बंगाल, तेलंगाना, तमिल नाडु, अरुणाचल प्रदेश, पांडुचेर्री और मिजोरम ने भी लॉकडाउन की तारिख को बढ़ा दिया था.
Written By – Annushree Rastogi