नई दिल्ली : अमेरिका (United States) में बुधवार को आधिकारिक रूप से सत्ता रिपब्लिकन (Republican) के हाथ से निकलकर डेमोक्रेट्स (Democrats) के पास चली जाएगी. चयनित राष्ट्रपति जो बाइडन बुधवार को अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करेंगे.
बता दें कि अमेरिकी इतिहास में पहली बार किसी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण कार्यक्रम को लेकर इतनी सख्ती है. इसे लेकर सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं.
पहले दिन ही भारतीयों के लिए बड़ी खुशखबरी-
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन सत्ता संभालते ही भारतीयों को पहले दिन ही एक बड़ी खुशखबरी देने जा रहे हैं. जो बाइडन अपने प्रशासन के पहले दिन एक आव्रजन विधेयक पेश करने की योजना बना रहे हैं. इसमें देश में कानूनी दर्जे के बिना रह रहे करीब एक करोड़ 10 लाख लोगों को आठ साल के लिए नागरिकता देने का प्रावधान होगा.
ट्रंप प्रशासन की आव्रजन नीतियों के विपरीत होगा-
यह आव्रजन विधेयक निवर्तमान ट्रंप प्रशासन की कड़ी आव्रजन नीतियों के विपरीत होगा. विधेयक संबंधी जानकारी रखने वाले एक अधिकारी ने अपनी पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर बताया कि बाइडन के बुधवार को शपथ ग्रहण करने के बाद यह विधेयक पेश किया जा सकता है. राष्ट्रपति पद के चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार के तौर पर बाइडन ने आव्रजन पर ट्रंप के कदमों को अमेरिकी मूल्यों पर ‘कठोर हमला’ करार दिया था.
मुख्य शपथ ग्रहण समारोह-
अमेरिकी समयानुसार, बुधवार को मुख्य शपथ ग्रहण समारोह सुबह 11.30 बजे से शुरू होगा. वहीं भारतीय समय अनुसार बुधवार को रात 10 बजे शुरू होगा. शुरुआत अमेरिका के राष्ट्रगान से होगी. पद ग्रहण दोपहर 12 बजे, इसके पहले सुबह नौ बजे से दूसरे आयोजन शुरू हो जाएंगे. पहले राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में दो लाख टिकट दिए जाते हैं. नए राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के स्वागत में सेना के ड्रम भी बजाए जाएंगे. इस मौके पर जो बाइडेन की समर्थक पॉप स्टार लेडी गागा राष्ट्रगीत गाएंगी.