नई दिल्लीः मुख़्तार अंसारी पिछले कई दिनों से चर्चा में है, मुख़्तार अंसारी को आज यूपी पुलिस ने पंजाब से लाकर बांदा जेल में शिफ्ट कर दिया है. मुख्तार अंसारी को जेल की बैरक नंबर 16 में रखा गया है. ऐसे में हर कोई ये जानना चाहता है की मुख़्तार अंसारी एक बड़े बदमाश के तौर पर मशहूर कैसे हुआ.मुख्तार के डॉन बनने की शुरुआत साल 1988 में हुई. जानिए मुख्तार कैसे अपराध की दुनिया का बड़ा नाम बना।
पंजाब सरकार ने यूपी पुलिस को फिर नहीं सौंपा मुख्तार अंसारी
करीब 53 मामले दर्ज
बता दें की साल 1991 में मुख्तार पुलिस की गिरफ्त में आया, लेकिन गिरफ्तारी के दौरान दो पुलिस वालों को गोली मारकर फरार हो गया, यूपी में मुख्तार अंसारी पर करीब 53 मामले दर्ज है, जिनमें 15 अंडरट्रायल केस हैं. लेकिन मुख़्तार पर कई बड़े मामले दर्ज हैं.कृष्णानंद राय की हत्या का आरोप, मऊ में दंगा भड़काने का आरोप, वीएचपी के नंद किशोर रूंगटा का अपहरण, एएसपी उदय शंकर पर जानलेवा हमले का आरोप।
बंदीरक्षकों की बढ़ाई संख्या
दरअसल पंजाब से यूपी आने को लेकर मुख्तार लगातार अपनी जान के खतरे की चादर तान रहा है. हालांकि अब भी मुख्तार का परिवार जान पर खतरे का अंदेशा जता रहा है, लेकिन सरकार इन आशंकाओं को निराधार बता रही है. जेल मंत्री जय कुमार सिंह ने बताया कि जेल की ये बैरक बाकी बैरक से अलग है. यहां किसी और को आने जाने को अनुमति नहीं होगी. जेल में बंदीरक्षकों की संख्या बढ़ाई गई है. मुख्तार अंसारी को बांदा जेल में कुछ ही दिन रखा जाएगा, इसके बाद उसे प्रयागराज जेल में शिफ्ट किया जा सकता है।