नई दिल्ली: Ban Firecrackers in Delhi: मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बढ़ते वायु प्रदूषण के मद्देनजर इस साल भी दिल्ली में दीवाली के अवसर पर किसी भी तरह के पटाखे जलाने और फोड़ने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया है।
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Ban Firecrackers in Delhi: प्रदूषण की खतरनाक स्तिथि को देखते हुए
अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को ट्वीट कर दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध की जानकारी लोगों से साझा की है। उन्होंने कहा है कि पिछले 3 साल से दीवाली के समय दिल्ली के प्रदूषण की खतरनाक स्तिथि को देखते हुए पिछले साल की तरह इस बार भी हर प्रकार के पटाखों के भंडारण, बिक्री एवं उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जा रहा है। जिससे लोगों की जिंदगी बचाई जा सके।
(Ban Firecrackers in Delhi) वायु प्रदूषण के उच्च स्तरों का भौगोलिक दायरा
दिल्ली-एनसीआर समेत देशभर में वायु प्रदूषण के उच्च स्तरों का भौगोलिक दायरा बढ़ा है। खासकर सर्दियों के दौरान दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता स्तर खतरनाक श्रेणी में पहुंच जाता है।
अप्रैल-मई महीने लाकडाउन भी बेअसर रहा
हरियाणा और पंजाब के किसानों द्वारा पराली जलाने के कारण दिल्ली-एनसीआर में कई महीनों तक वायु गुणवत्ता स्तर खतरनाक श्रेणी में बना रहता है। पिछले बार की तरह इस बार भी अप्रैल-मई महीने लाकडाउन भी बेअसर रहा, इस दौरान भी AQI ने लोगों को परेशान किया।
राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने पटाखों की बिक्री
प्रदूषण के चलते दिवाली के दिन पिछले साल भी दिल्ली-एनसीआर समेत इससे सटे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया था। यह अलग बात है कि दीवाली की शाम इन प्रतिबंधों की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं थीं। इसका असर यह हुआ कि पहले से खराब दिल्ली की हवा और खराब हो गई और गंभीर स्थित में पहुंच गई। जगह-जगह एक्यूआई बढ़ता चला गया। पटाखों के जलाने से दीवाली की राहत ही वायु गुणवत्ता स्तर 500 के आसपास पहुंच गया था। दूसरे दिन भी हालात कुछ खास ठीक नहीं थे।