नई दिल्ली: Uttarakhand Char Dham Yatra 2021: लंबे विवाद और राजनीतिक संघर्ष के बाद अब उत्तराखंड में आज से चारधाम यात्रा को मंजूरी मिल गई है। यात्रा की शुरुआत होते ही चारों धामों में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला भी शुरू हो गया है। यात्रा खोलने से स्थानीय लोगों के साथ-साथ यात्रियों में भी काफी उत्साह नज़र आ रहा है। वहीं, देवस्थानम बोर्ड ने यात्रा के लिए कुछ दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं।
यात्रा से पहले करना होगा रजिस्ट्रेशन
बता दें, एक लंबी लड़ाई लड़ने के बाद आज से उत्तराखंड में चारधाम के साथ हेमकुंड साहिब की भी यात्रा शुरु हो गई है। हालांकि, कोर्ट के आदेश पर यात्रा को सीमित तौर पर ही शुरू किया गया है। सरकार की तरफ से भी यात्रा को लेकर पूरी तैयारी कर ली गई है। यात्रा पर आने वाले हर एक यात्री को देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना होगा और इसके साथ ही स्मार्ट सिटी पोर्टल पर भी सभी यात्रियों को रजिस्ट्री करानी होगी। चारधाम यात्रा के लिए अलग से एसओपी भी जारी की गई है, जिसमें यात्रियों को चारों धामों के दर्शन करने की परमिशन होगी। इसके साथ ही सभी यात्रियों को अपने पूरे दस्तावेज अपने साथ रखने होंगे।
Uttarakhand Char Dham Yatra 2021: यात्रा के नियम-
- एक रजिस्ट्रेशन पर सिर्फ 6 श्रद्धालु ही यात्रा कर सकेंगे।
- यात्रा के दौरान यात्रियों को अपने पास सभी दस्तावेज रखने होंगे।
- मंदिर में एक बार मे तीन यात्री दर्शन के लिए जाएंगे।
- कोरोना प्रोटोकॉल के तहत मंदिर के गर्भगृह में जाना और तिलक लगाना प्रतिबंधित है।
- केरल, महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश से आने वाले यात्रियों को कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट अनिवार्य होगी।
- यात्रियों की सुरक्षा के लिए चारों धामों में सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी।
- मंदिर में मूर्तियों, घंटियों को छूने, कुंडों में स्नान करने पर भी प्रतिबंध रहेगा।
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वहीं, यात्रा शुरू होने से उत्तराखंड के लाखों लोगों के चेहरे खिल गए हैं क्योंकि राज्य के लाखों परिवारों का रोजगार चारधाम यात्रा से ही जुड़ा है। लेकिन, चारधाम यात्रा संचालित होने का वक्त अब बहुत कम बचा है और यात्रियों की संख्या भी सीमित है। ऐसे में स्थानीय लोग चारधाम यात्रा से कितना रोजगार कर पाएंगे ये भी एक सवाल है।