नई दिल्ली: Narendra Giri Death Case: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत मामले में आज सीबीआई ने एफआईआर दर्ज कर ली है। इस मामले में सीबीआई ने प्रयागराज में दर्ज एफआईआर ही तहरीर को बनाया है। ये एफआईआर अखाड़ा परिषद के अमर गिरी पवन महाराज ने दर्ज कराई थी।
महंत मौत से जुड़े हर पहलू की जांच करेगी CBI
बता दें, सीबीआई की दिल्ली यूनिट ने आईपीसी 306 में एफआईआर दर्ज की है और ये एफआईआर आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा में दर्ज की गयी है। सीबीआई की टीम ने प्रयागराज पहुंचकर मामले की जांच भी शुरू कर दी है। महंत नरेद्र गिरि महाराज की हत्या हुई थी या उन्हे आत्महत्या के लिए उकसाया गया था और इसके पीछे क्या कोई आपराधिक षडयंत्र भी था? सीबीआई इन तमाम पहलू की जांच करेगी।
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संत समाज ने आत्महत्या को बताया था हत्या
72 साल महंत गिरी आत्महत्या करने के बाद इस दुनिया को अलविदा कह गए थे। जिस कमरे में महंत नरेंद्र गिरि ने अपनी वसीयत लिखी थी, उसी कमरे से एक सुसाइड लेटर भी बरामद किया गया था जिसमें कई लोगों के नाम भी लिखे हुए थे। उनकी मृत्यु के बाद एक बड़ा विवाद तब खड़ा हो गया जब कई संतों ने कथित सुसाइड नोट को फर्जी करार दिया और महंत की मौत को हत्या करार दिया था। महंत नरेंद्र गिरि को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में उनके तीन आरोपी आनंद गिरि, आद्या तिवारी और संदीप तिवारी को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया था।