Bikram Singh Majithia Arrested: शिरोमणि अकाली दल (SAD) के वरिष्ठ नेता और पंजाब के पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया को 25 जून 2025 को पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने अमृतसर में उनके आवास पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया। यह कार्रवाई एक ताजा आय से अधिक संपत्ति (Disproportionate Assets) मामले और 2021 के ड्रग तस्करी मामले की चल रही जांच से जुड़ी है।
मामला क्या है?
पंजाब विजिलेंस ब्यूरो और पंजाब पुलिस ने ‘युद्ध नशियां विरुद्ध’ (War on Drugs) अभियान के तहत 25 जून 2025 को सुबह अमृतसर और चंडीगढ़ में मजीठिया के आवासों सहित पंजाब भर में 25 स्थानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान, विजिलेंस ने मजीठिया के अमृतसर स्थित घर से 29 मोबाइल फोन, 4 लैपटॉप, 2 आईपैड, 8 डायरी और कई दस्तावेज जब्त किए। मजीठिया को आय से अधिक संपत्ति के एक नए मामले में गिरफ्तार किया गया, जो 2021 के ड्रग तस्करी मामले की जांच के दौरान मिले वित्तीय अनियमितताओं के सबूतों पर आधारित है।
#BreakingNews | नशे के खिलाफ मान सरकार का सबसे बड़ा एक्शन
➡️शिरोमणि अकाली दल के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के घर विजिलेंस की रेड
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आय से अधिक संपत्ति का मामला
विजिलेंस ब्यूरो के अनुसार, मजीठिया के पास उनकी ज्ञात आय के स्रोतों से अधिक संपत्ति होने के सबूत मिले। यह मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention of Corruption Act) के तहत दर्ज किया गया। मार्च 2025 में, विशेष जांच दल (SIT) ने मजीठिया और उनके परिवार से जुड़ी फर्मों में “संदिग्ध वित्तीय लेनदेन” की खोज की थी, जिसमें विदेशों में भी लेनदेन की जांच की जा रही थी।
2021 ड्रग तस्करी मामला
मजीठिया पर 2021 में नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम के तहत ड्रग तस्करी का मामला दर्ज हुआ था। अभियोजन पक्ष ने आरोप लगाया था कि मजीठिया ने पंजाब के ड्रग रैकेट के प्रमुख व्यक्तियों, जैसे जगदीश भोला, मनिंदर सिंह औलख और जगजीत सिंह चहल को लॉजिस्टिक और वित्तीय सहायता प्रदान की थी। इस मामले में मजीठिया को फरवरी 2022 में गिरफ्तार किया गया था, और अगस्त 2022 में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट से उन्हें नियमित जमानत मिली थी।
“राजनीतिक बदले की कार्रवाई” – मजीठिया का परिवार
मजीठिया और उनके परिवार ने दावा किया कि छापेमारी और गिरफ्तारी राजनीतिक बदले की कार्रवाई है, जिसे आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार और मुख्यमंत्री भगवंत मान ने विपक्ष की आवाज दबाने के लिए अंजाम दिया। मजीठिया ने कहा, “मैंने पहले ही कहा था कि भगवंत मान सरकार ड्रग मामले में मेरे खिलाफ कुछ नहीं पा सकी, इसलिए वे मेरे खिलाफ नया झूठा मामला दर्ज करने की तैयारी कर रहे थे।” उनकी पत्नी और अकाली विधायक गनीव कौर मजीठिया ने दावा किया कि 30 सदस्यीय विजिलेंस टीम ने उनके घर में बिना सूचना के प्रवेश किया और छापेमारी का कारण नहीं बताया।
अकाली नेताओं ने आप सरकार पर साधा निशाना
शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, उनकी पत्नी और पूर्व केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, और अन्य वरिष्ठ अकाली नेताओं ने AAP सरकार पर निशाना साधते हुए इसे “राजनीतिक प्रतिशोध” करार दिया। AAP नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “पंजाब में ड्रग्स लाने वालों को, चाहे वे कितने भी बड़े नेता हों, बख्शा नहीं जाएगा।” वहीं मनीष सिसोदिया, “क्या डिटेल है यह तो पंजाब सरकार, पुलिस, सतर्कता विभाग के अधिकारी ही बता पाएंगे, लेकिन एक बात तय है कि आम आदमी पार्टी नशे या किसी भी तरह के भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस रखती है। हमारी पार्टी कट्टर ईमानदार पार्टी है।”
“हमारी पार्टी कट्टर ईमानदार पार्टी है…”
➡️SAD नेता बिक्रम सिंह मजीठिया के आवास पर विजिलेंस की छापेमारी पर AAP नेता मनीष सिसिदिया ने कहा @msisodia @AtishiAAP @AAPPunjab @BhagwantMann @bsmajithia #Drugs #Raid #BhagwantMaan #BikramSinghMajithia #jantantratv pic.twitter.com/NW2XzrVbTA
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सुखबीर सिंह बादल ने किया पोस्ट
छापेमारी की खबर फैलते ही अकाली दल के नेता और समर्थक मजीठिया के घर की ओर बढ़े और भगवंत मान सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। कुछ नेताओं को घर में प्रवेश करने से रोकने पर पुलिस के साथ हल्की झड़प भी हुई। सुखबीर सिंह बादल ने X पर पोस्ट करते हुए कहा, “शिरोमणि अकाली दल बिक्रम सिंह मजीठिया के साथ मजबूती से खड़ा है। यह पहली बार नहीं है कि अकाली नेतृत्व के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध का इस्तेमाल किया गया है। हम इसका डटकर मुकाबला करेंगे।”
बिक्रम सिंह मजीठिया 2007 से 2017 तक अकाली दल सरकार में मंत्री रहे और सुखबीर सिंह बादल के बहनोई हैं। वे लंबे समय से पंजाब में ड्रग्स से जुड़े मामलों में जांच के दायरे में रहे हैं, और 2021 के ड्रग मामले में कई बार पूछताछ के लिए बुलाए गए थे। मजीठिया ने हमेशा इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे राजनीतिक साजिश बताया है।